रांची। पूर्व मंत्री उमाकांत रजक ने झामुमो का दामन थाम लिया है। वह आजसू से झामुमो में चले गये हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा का दामन थामते ही उमाकांत रजक ने कहा है कि उन्होंने गुरुजी के छोटे सिपाही के रूप में काम किया है। हेमंत सोरेन पूरे झारखंड प्रदेश की आवाज बने हैं। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा को मजबूती देने के लिए कंधे से कंधा मिला कर चलूंगा। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनावी माहौल में फिर से अपने घर में वापसी हुई है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन को एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाने में पूरी ताकत लगा देंगे। हम लोग जेल से नहीं डरते हैं। इंडिया गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।