तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच ‘युद्ध विराम’ को बनाए रखने की चुनौती के बीच अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस मंगलवार को इजरायल पहुंचे। वेंस गाजा पट्टी में दाेनाे पक्षाें के मध्य ‘युद्ध विराम समझौते’ को बनाए रखने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अन्य नेताओं से मिलेंगे। वेंस के साथ उनकी पत्नी ऊषा वेंस भी तेल अवीव पहुंची हैं।
गाैरतलब है कि वेंस की यह यात्रा उस समय हो रही है जब दाेनाें पक्षाें के बीच युद्धविराम काे लेकर आराेप-प्रत्याराेप का सिलसिला शुरू हाे चुका है।
इस बीच व्हाइट हाउस के अनुसार, वेंस का दौरा ट्रंप प्रशासन की उन कोशिशों का हिस्सा है, जो गाजा में शांति को स्थिर करने पर केंद्रित है। वेंस अमेरिकी युद्धविराम कमांड सेंटर का भी दौरा करेंगे और क्षेत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति डाेनाल्ड ट्रंप के विशेष दूतों जेरेड कुश्नर तथा स्टीव विटकॉफ से भी भेंट करेंगेे। वेंस के हमास द्वारा अपनी कैद से छोड़े गए कुछ बंधकों से भी मिलने की संभावना है और वे उन परिवारों से भी मिलेंगे। इस बीच कुश्नर और स्टीव विचकॉफ ने हमास द्वारा छोड़े गए इजराइली बंधकों से भेंट की है।
गाैरतलब है कि गाजा में 10 अक्टूबर से शुरू हुए युद्धविराम के बाद भी तनाव बना हुआ है। कतर ने सोमवार को उन इजरायली हमलों की निंदा की, जिसमें दर्जनों फिलिस्तीनी मारे गए। विशेषज्ञों का कहना है कि वेंस की यात्रा से नेतन्याहू पर दबाव बनेगा कि वे समझौते से पीछे न हटें।
इस बीच इस यात्रा काे अमेरिका-इजरायल संबंधों को और मजबूती प्रदान करने का संकेत भी समझा जा रहा है। हांलाकि गाजा क्षेत्र को लेकर तनाव बना हुआ है और हमास के लडाके चोरी छिपे इजराइली सैनिकों पर हमले कर रहे हैं वहीं इजराइली सैनिक भी बदले में कार्रवाई कर रहे हैं। इसे लेकर ट्रंप ने हाल ही में हमास को चेतावनी दी है कि अगर वह समझौते का पालन नहीं करेगा तो उसे ‘मिटा दिया जाएगा’।