काबुल। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने शनिवार को घोषणा की कि वह पाकिस्तान में होने वाली आगामी त्रिकोणीय टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज़ से हटने का निर्णय ले चुका है। यह सीरीज़ नवंबर के अंत में पाकिस्तान, श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच खेली जानी थी। अफगान टीम 17 नवंबर से पाकिस्तान की यात्रा कर सीरीज़ में हिस्सा लेने वाली थी। लेकिन शुक्रवार (17 अक्टूबर) शाम पक्तिका प्रांत के उरगुन ज़िले में अफगान क्रिकेटरों पर हुए हमले के बाद यह फैसला लिया गया है। इस हमले में अफगान घरेलू क्रिकेट टीम के खिलाड़ी क़बीर, सिबगतुल्लाह और हारून सहित आठ लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हुए। ये खिलाड़ी पक्तिका प्रांत की राजधानी शराना में एक दोस्ताना क्रिकेट मैच खेलने के लिए पहुंचे थे।
एसीबी ने अपने बयान में कहा, “इस दुखद घटना के मद्देनज़र और शहीद खिलाड़ियों के प्रति सम्मान स्वरूप अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान में होने वाली आगामी त्रिकोणीय सीरीज़ में भाग न लेने का निर्णय लिया है।” बोर्ड ने पाकिस्तान पर हमले का आरोप लगाते हुए कहा, “अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड उरगुन ज़िले के बहादुर क्रिकेटरों की शहादत पर गहरा दुख और शोक व्यक्त करता है, जिन्हें आज शाम पाकिस्तानी शासन द्वारा किए गए एक कायराना हमले में निशाना बनाया गया।”
एसीबी ने इस घटना को अफगान खेल समुदाय, खिलाड़ियों और क्रिकेट परिवार के लिए “बड़ा नुकसान” बताया और शहीदों के परिवारों तथा पक्तिका प्रांत की जनता के प्रति संवेदना व्यक्त की। अफगानिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ फ़ज़लहक फ़ारूकी ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर इस हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने लिखा, “नागरिकों और हमारे घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों की शहादत एक अक्षम्य अपराध है। निर्दोषों का कत्लेआम करने वालों को माफ नहीं किया जा सकता।”
वर्तमान में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बिगड़े रिश्तों के चलते कई विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में आईसीसी आयोजनों में दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच हाथ मिलाना भी मुश्किल हो सकता है।