काठमांडू। नेपाल में युवाओं के एक गुट ने अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस गुट ने उन पर गैर-संवैधानिक तरीके से सत्ता पर कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाते हुए कानूनी जांच और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। ‘युवा आंदोलन’ से जुड़े रवि किरण हमाल ने बुधवार को पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) को औपचारिक शिकायत पत्र सौंपा।

पत्र में दावा किया गया है कि प्रधानमंत्री कार्की का पद संभालना देश के संविधान और लोगों के जनादेश का सीधा उल्लंघन है। उन पर राष्ट्र के साथ विश्वासघात करने और स्थापित कानूनी परंपराओं को तोड़ने का प्रमुख दोषी होने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा, शिकायत में कहा गया है कि कार्की के मंत्रिमंडल में भ्रष्टाचारियों और विदेशी डोनर एजेंसियों से अनुचित संबंध रखने वाले लोगों को शामिल किया गया है, जो आंदोलनकारियों के बलिदान का अपमान है।

युवा समूह ने यह भी आरोप लगाया कि सुशीला सरकार निर्दोष प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रही है, जबकि तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले आपराधिक तत्वों को संरक्षण दे रही है। शिकायत में कार्की पर प्रधान न्यायाधीश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राजनीतिक संबद्धता के आधार पर न्यायिक नियुक्तियां करके न्यायपालिका की स्वतंत्रता को कमजोर करने का भी उल्लेख है। ‘जेन-जी’ समूह ने आईजीपी से अनुरोध किया है कि प्रधानमंत्री कार्की को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और मामले की निष्पक्ष, पारदर्शी तथा सार्वजनिक कानूनी जांच की जाए।

Share.
Leave A Reply

Exit mobile version