पटना। बिहार विधानसभा चुनाव-2025 को लेकर गुरुवार को महागठबंधन की संयुक्त प्रेसवार्ता में बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा ऐलान हुआ। कांग्रेस समेत गठबंधन के सभी दलों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी काे उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है।
पटना में आयोजित महागठबंधन की साझा पत्रकार वार्ता में बिहार कांग्रेस के प्रभारी और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की राजामंदी के बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया गया है। तेजस्वी युवा नेता हैं और बिहार को नई दिशा देंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि अमित शाह समेत भाजपा के तमाम नेता बिहार आते हैं, लेकिन यह नहीं बता पाते कि उनका मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है, बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं।
अशोक गहलोत ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख मुकेश सहनी की भूमिका पर भी भरोसा जताते हुए कहा कि उन्होंने (मुकेश सहनी ने) मेहनत से अपनी समाज और राजजनीति में जगह बनाई है। वह महागठबंधन के उपमुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे।
कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि देश के हालात गंभीर हैं। लोग चिंतित हैं। किसी को नहीं पता कि देश किस दिशा में जाएगा। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि एकजुटता के साथ हम सभी मिलकर देश को सही दिशा दें। उन्होंने कहा कि बिहार के चुनाव पर देशभर की नजर है। बेरोजगारी हो या अन्य कोई मुद्दा हों, जैसा कि सभी साथियों ने बताया कि छात्रों, युवाओं और किसानोंं की भी चिंता नौकरी और रोजगार की है। लोग इस बार बिहार में बदलाव चाहते हैं।
गहलोत ने कहा कि हमारे सामने बहुत बड़ी चुनौती है। लोकतंत्र (डेमोक्रेसी) एक मुखौटा रह गया है। मैं क्या कहूं, आप लोग सब जानते हैं। भाजपा को लोकसभा चुनाव में 240 पर समेट दिया। तेजस्वी जी ने उस वक्त भी कमाल किया था।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे का इस्तेमाल करके तीन-चार नेता जो भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। जदयू को खत्म करने में लगे हैं चुनाव के बाद जदयू को भी खत्म कर देंगे। भाजपा के लोग नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। अमित शाह ने कई बार बोला है कि विधायक दल की संख्या होगी वो तय करेगी। 20 साल से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बिहार में है। हमेशा मुख्यमंत्री के चेहरा घोषित किया गया है, क्या कारण है कि इस बार नीतीश कुमार को चेहरा घोषित नहीं किए। नीतीश कुमार का यह आखिरी चुनाव है, अमित शाह ने यह स्पष्ट कर दिया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हम गठबंध के सभी साथियों का दिल से धन्यवाद देते हैं कि मुझ पर पुन: भरोसा जताया है। सबसे कहना चाहता हूं कि जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंकेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि राजग की नकलची सरकार है। इसका कोई विजन नहीं है। हम लोगों ने ‘माई बहन योजना’ लाया, तो राजग के लोगों ने 10 हजार रुपये का रिश्वत महिलाओं को दिया। बिहार के लोग 20 महीने का मौका दें, तो जो 20 साल में नहीं हुआ, वह 20 महीने में करके दिखाएंगे। तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेगा, तो बिहार के सभी लोग मुख्यमंत्री बनेंगे। गैंस सिलेंडर 500 रुपये किया जाएगा।
इस दाैरान मुकेश सहनी ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह हमारी पार्टी को तोड़ा, हमारे विधायक को खरीदा उस समय से हमने संकल्प लिया था कि जब तक भाजपा को तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं। वो समय आ चुका है। हम मजबूती के साथ महागठबंधन के साथ रहकर बिहार में सरकार बनाएंगे और भाजपा को बिहार से बाहर करेंगे। महागठबंधन मजबूत और एकजुट है।
वाम दल के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि यह लड़ाई देश की एकता और गंगा-जमुनी तहजीब को बचाने की है। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि बिहार बदलाव की राह पर है और महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है। पत्रकार वार्ता में सभी सातों घटक दलों के नेता एक मंच पर मौजूद रहे और एक स्वर में कहा कि इस बार बिहार में बदलाव तय है।