बिहार के रोहतास के काराकाट के बादिलडिह के रहने वाले वायुसेना के गरुड़ कमांडो ज्योति प्रकाश निराला का शव गांव में पहुंचते ही पूरा गांव में कोहराम मच गया.
तिरंगे में लिपटा शहीद जवान केशव के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई. पूरा गांव अपने जवाब बेटे के एक झलक पाने को बेताब दिखा. ग्रामीण अपने वीर सपूत ज्योति प्रकाश अमर रहे के नारे तो लगा ही रहे थे साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद के भी नारे लगाएं.
शहीद के मर्माहत पिता तेज नारायण सिंह ने कहा,” या तो भारत सरकार पाकिस्तान से अपनी फाइनल वार्ता कर ले या फिर हार मानकर पूरे हिंदुस्तान को पाकिस्तान के हाथों सौंप दें. रोज रोज की शहादत से पूरा देश गमगीन होता है और इसका कोई निष्कर्ष भी नहीं निकल रहा है. कब तक भारत मां के बेटों के खून से यह धरती लाल होती रहेगी.”
पत्नी सुषमा कहती है कि अब देखना है कि सरकार और समाज उनके परिवार के लिए क्या करता है. उनके पति ने तो अपनी शहादत दे दी. सुषमा को अपने पति पर गर्व है लेकिन भविष्य की चिंताएं खाए जा रही है