रांची में सीएम जनसंवाद कार्यक्रम में सत्रह मामलों पर सुनवाई हुई. जिनमें कुछ मामलों के समाधान के लिए अधिकारियों को वक्त दिया गया, तो कुछ के जल्द निबटारे के निर्देश दिये गये.
सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल ने जनसंवाद में अधिकारियों को साफ कर दिया कि अगर उनकी लापरवाही के कारण शिकायतों का निबटारा समय पर नही हो रहा है, तो डीसी एसपी सहित विभागीय पदाधिकारी दंडित होंगे. उन्होंने हजारीबाग में प्रतिनियुक्त एक पीएचईडी अभियंता को निलंबित कर दिया. इसके अलावा कई और निर्देश दिये, मसलन
1. हजारीबाग के ही जिंगा गांव के 65 शौचालयों के निर्माण पर उठे सवाल की जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में देने का निर्देश दिया.
2. गुमला ,खूंटी सहित कई जिलों के उग्रवादी घटनाओं में मारे गए लोगों के आश्रितों को नौकरी के मामलों को लेकर भी अधिकारियों को फटकार लगाई.3. ओडीएफ होने के बाद भी रांची अग्निशमन कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा खुले में शौच मामले पर भी रिपोर्ट मांगा गया.
इसबार सीएम जनसंवाद कार्यक्रम में सूबे में विद्युत व्यवस्था की बदहाली पर भी शिकायतें सुनी गयीं. विभागीय प्रधान सचिव ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सूबे के सभी जिलों में जले हुए ट्रान्सफॉर्मर्स बदल दिये जाने चाहिए और गलत बिजली बिल का सुधार भी हो जाना चाहिए.
जनसंवाद में इन समस्याओं के अलावा दर्जनों समस्या ऐसे आ रहे हैं, जिसमें अनुकंपा पर नौकरी के लिए लोग चक्कर काटते नजर आ रहे हैं.