बरही। पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला यादव जेल से रिहा होने के बाद अपने समर्थकों संग बरही चौक पहुंचे। यहां उनके स्वागत के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। स्वागत समारोह सह जन आशीर्वाद सभा में उनके समर्थकों ने 51 किलो माला पहना कर स्वागत किया। सभा को संबोधित करते हुए उमाशंकर अकेला ने कहा कि हम जेल किसी की हत्या, लूटपाट या किसी के साथ मारपीट करके नहीं गये थे। हम क्यों गये थे जेल, हम यहां बताने आये हैं। अपने समर्थकों को बताया कि 11 सितंबर 2016 को सुबह नौ बजे चंदवारा प्रखंड के घोरवाटांड ग्राम के सरस्वती शिशु मंदिर के शिक्षक सह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता कवि कुमार गुप्ता को मो सरफराज ने घर से बुलाकर ले गया। वहीं कुछ घंटों बाद ग्रामीणों द्वारा घर वालों को सूचना मिलती है कि कवि कुमार गुप्ता की शव गौरी नदी के किनारे पड़ा है। जब घरवाले उस नदी के पास जाते हैं, तो पता चलता है कि उसे उरवा में स्थित शंकर मेडिकल ले जाया गया है। वहीं पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल कोडरमा भेज देती है। वही रिपोर्ट में पुष्टि कर दी गयी कि कवि की मौत पानी में डूबने से हुई है। इसके बाद परिवार वालों ने पूर्व विधायक को सूचना दी, जिसके बाद परिवार वालों और विधायक ने कोडरमा में पोस्टमार्टम ना करा कर रांची से पोस्टमार्टम कराने की मांग की। इधर, प्रशासन दाह संस्कार कराने पर अड़ा रहा, ताकि सच्चाई का पर्दा ना खुले। ग्रामीणों के विरोध के कारण प्रशासन रिम्स में पोस्टमार्टम कराने पर राजी हुआ। रिम्स में पोस्टमार्टम कराने पर रिम्स की टीम ने मृत्यु का कारण गंभीर चोट बतायी। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध में हंगामा हुआ था। बताते चलें कि अकेला यादव के इस शक्ति प्रदर्शन ने पूरे बरही में तूफान ला दिया है। इससे उनके समर्थक जहां, उत्साहित हैं वहीं, विरोधी इसका आंकलन करने में जुटे हैं।

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