Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»मालवीय ने भारतीय जनमानस में स्वाधीनता का भाव जागृत किया : नड्डा
    Top Story

    मालवीय ने भारतीय जनमानस में स्वाधीनता का भाव जागृत किया : नड्डा

    sonu kumarBy sonu kumarNovember 12, 2020No Comments1 Min Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पंडित मदन मोहन मालवीय की पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय जनमानस में आत्मविश्वास की रचना कर स्वाधीनता का भाव जागृत किया।

    नड्डा ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा, “भारतीय जनमानस में आत्मविश्वास एवं स्वाभिमान की रचना कर स्वाधीनता का भाव जाग्रत करने वाले ‘भारत रत्न’ महामना मदन मोहन मालवीय जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन। लोककल्याण और लोकसेवा की भावना से ओतप्रोत मालवीय जी के सामाजिक दर्शन में देश की आत्मनिर्भरता का स्थान बहुमूल्य था।”

    उल्लेखनीय है कि मालवीय का 12 नवम्बर,1946 को निधन हो गया था। उन्होंने वाराणसी स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की नींव रखी थी। मालवीय ने हिंदी को राजभाषा का सम्मान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने प्रयागराज से हिंदी को राजभाषा बनाने की मुहिम शुरू की थी। इस क्रम में उनकी लिखी गई एक पुस्तक ने कमाल कर दिया और 18 जनवरी,1900 से तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे देवनागरी लिपि का दर्जा दे दिया।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleट्विंकल खन्ना को आई भूतों की याद, पोस्ट शेयर कर लिखी ये बात
    Next Article ICICI बैंक वीडियोकॉन केस: दीपक कोचर ने मनी लांड्रिंग मामले में जमानत अर्जी दायर की
    sonu kumar

      Related Posts

      झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल

      June 7, 2025

      पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास

      June 7, 2025

      गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा

      June 7, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version