रांची। बंगाल के कोलकाता, आसनसोल और पुरुलिया में कोयला तस्कर अरुण मांझी उर्फ लाला के कई ठिकानों पर दिल्ली सीबीआइ और आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी की है। कोलकाता के गणेश चंद्र एवेन्यू स्थित कार्यालय, इस्पात दामोदर कंपनी और शेक्सपियर सरणी में भी छापेमारी हुई। कोयले के अवैध कारोबार के मामले में बर्नपुर के न्यूटाउन स्थित बड़तोड़िया में छापेमारी की गयी। बताया जाता है कि लाला के आवास पर भी छापेमारी की गयी है। इसके बाद से कोयला कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। बता दें कि बुधवार की देर रात को ही लाला के ठिकानों पर धनबाद और बंगाल पुलिस ने छापेमारी की थी।
धनबाद में 25 ट्रक मालिकों और चालकों पर दर्ज हैं मामले
धनबाद जिले में बीते दिनों जीटी रोड पर निरसा और गोविंदपुर इलाके से पकड़े गये अवैध कोयला लदे ट्रकों के मालिकों और चालकों सहित 25 नामजद के खिलाफ थानों में प्राथमिकी दर्ज हैं। इसमें लाला और अल्ला रक्खा सहित अल्ला रक्खा के मुंशी हुसैन, ट्रक लोडिंग कराने वाला छोटू और राजा को नामजद आरोपी बनाया गया है। कोरोना जांच के बाद सभी ट्रक के चालकों को पुलिस ने जेल भेज दिया था। इसके बाद धनबाद के एसएसपी असीम विक्रांत मिंज ने कहा था कि कोयला तस्करी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
राजनीतिक पहुंच रखता है लाला
पुलिस विभाग से लेकर दोनों राज्यों के राजनीतिक गलियारों में भी लाला की राजनीतिक पकड़ है। हर जगह उसकी सेटिंग चलती है। बंगाल में लाला से पहले झा का वर्चस्व था। लाला ने पिछले कुछ वर्षों में झा के सिंडिकेट को तोड़ कर अपना साम्राज्य कायम किया है। फिलहाल लाला के सिंडिकेट में अल्ला रक्खा, जगदीश, रानीगंज के नारायण और दुर्गापुर का असगर, परबलिया का मेजु और मैथन के योगेंद्र शामिल हैं। इसके अलावा बंगाल के कई और लोग लाला के साथ काम करते हैं।
बिहार-यूपी में खपता है बंगाल का कोयला
बताया जा रहा है कि बिहार-यूपी के ईंट भट्ठों में बंगाल का स्टीम कोयला खपाया जाता है। बंगाल के विभिन्न स्थानों से कोयले को बिहार के मोहनिया, सासाराम, मुगलसराय और बनारस की कोयला मंडियों में भेजा जाता है। बंगाल से निकलने वाले स्टीम कोयले को अच्छी कीमत पर बिहार और उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठों में बेचा जाता है। पुलिस जांच में पता चला कि कोयले की सारी सेटिंग पैड के आधार पर होती है। बंगाल में पैड की कीमत एक लाख तीन हजार रुपये तय है, जबकि झारखंड में पैड की कीमत एक लाख 33 हजार रुपये है। पैड की कीमत से लेकर बंगाल, बिहार और झारखंड के जिलों में पुलिस की सेटिंग का काम लाला के ही जिम्मे है।
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