रांची। झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि विश्वविद्यालयों को विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में प्रतिबद्ध होकर कार्य करने की जरूरत है। राज्यपाल गुरुवार को मोरहाबादी स्थित आर्यभट्ट सभागार में आईसीएफएआई के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि वह उपाधि ग्रहण करने वाले सभी विद्यार्थियों को और उनके शिक्षकों एवं अभिभावकों को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूं। यह विश्वविद्यालय वर्ष 2008 से झारखंड राज्य में प्रथम निजी विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित है। विश्वविद्यालय में कला, वाणिज्य, कम्प्युटर साइंस, प्रबंधन, विधि आदि विभिन्न पाठ्यक्रमों की पढ़ाई होती है और यहां से विद्यार्थी मेनेजमेंट में पीएचडी भी कर रहे हैं तथा अपनी प्रतिभा एवं परिश्रम से देश-विदेश के कई प्रतिष्ठित कंपनियों में भी कार्यरत हैं। शिक्षण संस्थानों में अनुकूल और बेहतर आधारभूत संरचनाओं का होना बहुत आवश्यक है।

शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों में स्वस्थ स्पर्धा की भावना हो, शोध का स्तर बेहतर हो, फ़ैकल्टी अच्छा हो और समय के अनुरूप आईटी के विभिन्न आयामों का इस्तेमाल हों। सभी उपाधि ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों से कहना चाहूंगा कि केवल उपाधि लेना ही आपके जीवन का मकसद नहीं होना चाहिये। सही दृष्टि के साथ सही राह का चयन करना है और समय की कीमत को भी समझना है। आपको जीवन के कर्म-क्षेत्र में प्रवेश कर अपनी दक्षता एवं परिश्रम से अपनी पहचान स्थापित करनी है। आप जिस किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, उसमें उत्कृष्टता अर्जित करने का प्रयास करें जिससे सिर्फ आपका विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि पूरा राज्य और राष्ट्र आप पर गर्व करें।

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