रांची । साहिबगंज नींबू पहाड़ी पर अवैध खनन को लेकर दर्ज एसटी-एससी कांड संख्या 6/22 को साहिबगंज पुलिस ने सुपरविजन में असत्य करार दिया है। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आयी है। सूत्रों की मानें तो ईडी इस मामले में साहिबगंज एसपी नौशाद आलम से पूछताछ कर सकती है। ईडी ने नौशाद आलम को समन भेजकर 22 नवंबर को ईडी के रांची जोनल आॅफिस में पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी की पूछताछ में खुलासा हो सकता है कि एसपी ने इस केस को कैसे झूठा करार दिया। इधर सीबीआई की भी इस मामले में जांच पड़ताल जारी है।
विजय हांसदा ने 2022 में की थी शिकायत
बता दें कि विजय हांसदा ने साल 2022 में साहिबगंज नींबू पहाड़ी पर अवैध खनन की शिकायत की थी। कोर्ट में दायर शिकायतवाद में विजय हांसदा ने बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत की थी। वहीं दिसंबर 2022 में इस मामले में केस दर्ज किया था। लेकिन साहिबगंज पुलिस ने सुपरविजन में इस केस को असत्य करार दिया है।
अपने बयान से मुकर गया था ईडी का गवाह विजय हांसदा
ईडी का महत्वपूर्ण गवाह विजय हांसदा बीते 12 सितंबर को कोर्ट में अपने पूर्व के बयान से मुकर गया था। विजय हांसदा बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक गवाही देने कोर्ट आ गया था। जबकि ईडी ने उसको गवाही के लिए समन भी नहीं किया था। हालांकि विजय हांसदा की गवाही पूरी नहीं हो सकी थी। इससे पूर्व इस मामले में दो लोगों की गवाही दर्ज की जा चुकी है। इस मामले की सुनवाई ईडी के विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत में चल रही है। बता दें कि 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा के साथ ही प्रेम प्रकाश, बच्चू यादव, पशुपति यादव व कृष्णा साहा ट्रायल फेस कर रहे हैं। पंकज मिश्रा बीते 19 जुलाई 2022 से जेल में बंद है। इसी मामले में विजय हांसदा ईडी का महत्वपूर्ण गवाह है।
अवैध खनन मामला : पंकज मिश्रा व अन्य के खिलाफ दर्ज एफआइआर को साहिबगंज पुलिस ने असत्य बताया
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