महिलाओं की भागीदारी बता रही मंईयां सम्मान योजना की सफलता
पिछड़ों को आरक्षण, 1932 आधारित स्थानीय नीति और आदिवासी सरना धर्म कोड को केंद्र ने दबा दिया
पाकुड़/डुमरी। दूसरे चरण के चुनाव में कल्पना सोरेन ने पाकुड़ और डुमरी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। कल्पना सोरेन ने कहा डबल इंजन की सरकार ने दोगुनी ताकत से झारखंड को पीछे ले जाने का कार्य किया। भाजपा के बड़े-बड़े नेता प्रदेश में गिद्ध की तरह मंडरा रहे हैं, और ये उनकी सत्ता से दूर रहने की बेचैनी का प्रतीक है। शायद ही कोई बड़ा नेता बचा हो, जो झारखंड नहीं आये हैं। कुछ तो यहीं कैंप कर रहें हैं। भाजपा के लोग झारखंड में मंडरा रहें हैं, लेकिन मणिपुर में आदिवासी महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को देखने नहीं गये।
कल्पना सोरेन ने कहा भाजपा जब सत्ता में रही तो हजारों स्कूल बंद कर बच्चों को शिक्षा से वंचित कर दिया। 11 लाख राशन कार्ड रद्द कर लोगों को अन्न के अधिकार से वंचित कर दिया। यहां के विकास का पैसा केंद्र सरकार द्वारा भाजपा शासित राज्यों को भेजकर झारखंड के लोगों के साथ अन्याय किया। लेकिन महागठबंधन की सरकार ने लोगों को उनका अधिकार दिया, उत्कृष्ट विद्यालय शुरू कर बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहें हैं। हम आधी आबादी को मजबूत करने के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान कर रहें हैं। यह राशि अब एक हजार से 2500 होने वाली है। कल्पना सोरेन ने कहा पहले चरण के मतदान में महिलाओं ने खुलकर भागीदारी निभाई है, जिससे यह साफ साबित होता है कि महागठबंधन सरकार की मंईयां सम्मान योजना और महिलाओं के लिए शुरू की गयी योजनाओं के प्रति उनका विश्वास गहराया है। कल्पना सोरेन ने कहा माता-बहनों को जो हम सम्मान दे रहे हैं उसको लेकर भाजपा के लोग न्यायालय में पीआइएल दर्ज किये थे, जिसे कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया। इससे उनके मुंह पर जोरदार तमाचा लगा है।
कल्पना सोरेन ने कहा पिछड़ों को आरक्षण देने, 1932 आधारित स्थानीय नीति और आदिवासी सरना धर्म कोड को लागू करना चाहते हैं, हमने उसे पारित कर केंद्र सरकार को भेजा, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे दबा दिया।