शराबबंदी कानून की जमीनी हकीकत बयां करने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी जदयू के निशाने पर आ गए थे. जदयू नेताओं द्वारा टारगेट पर लिए जाने के बाद उन्होंने कड़ा ऐतराज जताया है. इस दौरान हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा है कि आजकल सच्चाई बयां करने वालों को बागी मान लिया जाता है पर यह सही नहीं है. यह राजनीति के गिरते स्तर का नतीजा है.
ये सारी बातें आज जीतनराम मांझी ने गया में मीडिया से बात करते हुए है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार गंभीर हैं, लेकिन सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है. इसीलिए ये सारी दिक्कतें हो रही हैं. इस दौरान उन्होंने गया सिविल कोर्ट द्वारा 4 लीटर शराब के साथ पकड़े गये आरोपी को 10 साल की सजा और एक लाख का जुर्माना सुनाए जाने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि शराबबंदी कानून बनाते वक्त नीतीश जी ने शराब पिने और रखने वाले के सजा में अंतर की बात कही थी पर अब सब एक कर दिया गया है. वहीँ आज बड़े पैमाने पर अवैध शराब का कारोबार करने वाले आराम से अपना काम कर रहे हैं और 90 फीसदी गरीब जेल के अंदर बंद हैं.