- सरकार ने पारा शिक्षकों को 26 को वार्ता के लिए बुलाया
हड़ताल तोड़ें नहीं तो होगी कड़ी कार्रवाई: नीरा यादव
- बकोरिया कांड की स्वतंत्र एजेंसी से जांच होनी चाहिए : डॉ अरुण उरांव
- भीमा कोरेगांव मामला: बॉम्बे हाइकोर्ट ने कहा, साजिश की जड़ें हैं बहुत गहरी, नतीजे भी गंभी र
- स्वच्छता पुरुष बिंदु भूषण दुबे को मिला गोल्डेन बुक आॅफ रिकार्ड्स का प्रमाण पत्र
राजनीतिक हलचल:
- झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि प्रगतिशील सरकार की स्थापना करनी है
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा : जीत की गारंटी वाले उम्मीदवार को मिले टिकट
हेडलाइंस:
- मोदी ने अटलजी के चित्र वाला 100 रुपये का सिक्का जारी किया
- आईआईटी भुवनेश्वर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
- एक लाख का इनामी पूर्व एरिया कमांडर चढ़ा पुलिस के हत्थे
- झारखंड सरकार ने 65 हजार पारा शिक्षकों को हड़ताल तोड़ने के लिए 48 घंटे की मोहलत दी है। सरकार ने पारा शिक्षकों को 26 को वार्ता के लिए बुलाया है। प्रोजेक्ट भवन सभ|गार में मीडिया से बात करते हुए स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री डॉ नीरा यादव, विभागीय सचिव एपी सिंह ने कहा है कि पारा शिक्षकों की हड़ताल से राज्य की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गयी है। स्कूल बंद हो गये हैं। सरकार के सभी अधिकारी और वह खुद वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि पारा शिक्षक यह आश्वस्त करें कि फिर वे हड़ताल पर नहीं जायेंगे। हर बार वे आंदोलनरत रहते हैं, जिसका व्यापक असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष भी पारा शिक्षकों के मामले में राजनीति न करे।
51 हजार पारा शिक्षकों को नहीं मिलेगा कोई बेनिफिट
शिक्षा सचिव एपी सिंह ने कहा कि राज्य में 65 हजार पारा शिक्षकों में से 13 हजार ही टेट पास हैं। इन्हें ही वार्त्ता के बाद सुविधाएं मिलेंगी। 51 हजार को कोई बेनिफिट नहीं मिलेगा। सरकार ने बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और ओड़िशा में पारा शिक्षकों को मिल रही मानदेय की राशि और सुविधाओं का अध्य्यन कर एक फॉमूर्ला तय किया है। ओड़िशा, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में बगैर प्रशिक्षित शिक्षक के पारा शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होती है। वहीं छत्तीसगढ़ में आठ-आठ साल में पारा शिक्षकों का मूल्यांकन के आधार पर मानदेय बढ़ाया जाता है। नीरा यादव ने कहा कि अगर वार्ता नहीं होती है तो सरकार बड़ा कदम उठाने के लिए स्वतंत्र है। शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि वार्ता से ही समाधान संभ व है। उन्होंने पहले से दिए जाने वाले लाभ को भी गिनाया।
कहा वार्ता के लिए उन्हें विधिवत आना चाहिए। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार कटिबद्ध है। राज्य हित एवं छात्र हित में स्कूल खोलें और पारा शिक्षक पढ़ाने का कार्य करें। सरकार कोई वैसा कार्य नहीं करना चाहती जो आगे चलकर दिक्कत हो।
विधानसभ ा में गूंजा पारा शिक्षकों का मामला
विधानसभ ा में भी सोमवार को पारा शिक्षकों का मामला गूंजा। झाविमो विधायक प्रदीप यादव ने पारा शिक्षकों के मामले को उठाते हुए कहा कि पिछले डेढ़ महीने से पारा शिक्षक हड़ताल पर हैं। सरकार उनकी मांगों को माने। कहा कि पारा शिक्षकों के हड़ताल के कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गयी है। माले विधायक राजकुमार यादव तो सदन में वेल में आकर हंगामा करने लगे। झामुमो के विधायकों ने सदन के भी तर और बाहर पारा शिक्षकों के मामले पर हंगामा किया।
सरकार छत्तीसगढ़ की सुविधा देने को तैयार
विधानसभा की कार्यवाही समाप्त होने के बाद स्पीकर दिनेश उरांव की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। जानकारी के अनुसार इस बैठक में भी पारा शिक्षकों का मामला उठाया गया। नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, झाविमो विधायक प्रदीप यादव और माले विधायक राजकुमार यादव ने पारा शिक्षकों को छत्तीसगढ़ के तर्ज पर सुविधा देने की मांग की। इसपर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सहमति देते हुए कहा कि सरकार छत्तीसगढ़ के तर्ज पर यहां भी पारा शिक्षकों को सुविधा देने के लिए तैयार है, लेकिन पहले देख लें कि छत्तीसगढ़ में क्या व्यवस्था है। उन्होंने यहां तक कहा कि जैसा छत्तीसगढ़ में है वैसा ही यहां भी विधानसभ ा से पारित कर दिया जाएगा। बाद में जब सभी विधायकों को यह जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ में क्या व्यवस्था है तो यह कहा गया कि मानदेय को कुछ बढ़ा दिया जाय। अंत में यह तय हुआ कि बुधवार को सदन में पारा शिक्षकों के मामले में प्रश्नकाल के बाद एक घंटे की चर्चा होगी।
- बकोरिया कांड की स्वतंत्र एजेंसी से जांच होनी चाहिए : डॉ अरुण उरांव
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ अरुण उरांव ने कहा कि बकोरिया कांड की जांच स्वतंत्र एजेंसी से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें जो जानकारी है हाई कोर्ट भी इसी दिशा में काम कर रही है। कहा कि राज्य पुलिस की जांच में कई छेद हैं। जो रिपोर्ट दी गयी है वह तथ्यों से परे है। बकोरिया कांड की जांच में कई बिंदु संदेह पैदा करती है। इसलिए यह जरुरी है कि इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से करायी जाये।
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- भीमा कोरेगांव मामला: बॉम्बे हाइकोर्ट ने कहा, साजिश की जड़ें हैं बहुत गहरी, नतीजे भी गंभीर
एल्गार परिषद भी मा कोरेगांव हिंसा मामले में पुणे पुलिस कई कार्यकर्ताओं की जांच पड़ताल कर रही है। बॉम्बे हाइकोर्ट का इस मामले में कहना है कि इस साजिश की जड़ें बहुत गहरी हैं, जिसके नतीजे भी बेहद गंभीर हैं। बता दें कि यह टिप्पणी न्यायमूर्ति बीपी धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति एसवी कोतवाल की खंडपीठ ने इस मामले में एक आरोपी आनंद तेलतुंबडे की उस याचिका पर विचार करते हुए की, जिसमें आरोपी ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया है। तेलतुंबडे ने दावा किया था कि उन्हें मामले में फंसाया जा रहा है। अपनी याचिका में कार्यकर्ता ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया।
पुलिस ने दावा किया कि उसके पास कार्यकर्ता के खिलाफ काफी सबूत हैं। पीठ ने कार्यकर्ता की याचिका को 21 दिसंबर को खारिज कर दिया। इसका आदेश सोमवार को प्राप्त हुआ।
‘अभियोग चलाने के लिए है पर्याप्त सामग्री’
पीठ ने कहा कि तेलतुंबडे के खिलाफ अभि योग चलाने लायक सामग्री है। पीठ ने इन सबके इतर यह भी कहा कि अपराध गंभीर है। साजिश गहरी है और इसके बेहद गंभी र प्रभाव हैं। साजिश की प्रकृति और गंभी रता देखते हुए, यह जरूरी है कि जांच एजेंसी को आरोपी के खिलाफ सबूत खोजने के लिए पर्याप्त मौका दिया जाए। जांच के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए पीठ ने कहा कि पुणे पुलिस के पास तेलतुंबडे के खिलाफ पर्याप्त सामग्री है और उनके खिलाफ लगाये गये आरोप आधारहीन नहीं हैं।
‘प्रतिबंधित संगठन से संबंधों की होनी चाहिए जांच’
हाइकोर्ट ने रेखांकित किया कि शुरू में पुलिस की जांच इस साल (2018) एक जनवरी को हुई हिंसा तक सीमित थी, जो पुणे के ऐतिहासिक शनिवारवाड़ा में हुई एलगार परिषद के एक दिन बाद हुई थी। पीठ ने कहा, ह्यबहरहाल, अब जांच का दायरा कोरेगांव-भी मा घटना तक सीमित नहीं है, लेकिन घटना की वजह बनी गतिविधियां और बाद की गतिविधियां भी जांच का विषय हैं। पीठ ने कहा कि तेलतुंबडे के प्रतिबंधित संगठन सीपीआइ (माओवादी) से संबंध की जांच की जानी चाहिए।
- स्वच्छ भ ारत अभि यान के तहत काम को मिला सम्मान
स्वच्छता पुरुष बिंदु भू षण दुबे को मिला गोल्डेन बुक आॅफ रिकार्ड्स का प्रमाण पत्र
पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भ ारत अभि यान का अकेले दम पर अलख जगानेवाले स्वच्छता पुरुष बिंदु भू षण दुबे को सोमवार को दिल्ली में आयोजित समारोह में गोल्डेन बुक आॅफ रिकार्ड्स के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। विश्व रिकार्ड की मान्यता देनेवाली विश्वविख्यात संस्था गोल्डेन बुक के अधिकारियों और अन्य गणमान्य हस्तियों की मौजूदगी में संस्था के अधिकारी आलोक कुमार ने बिंदु भू षण दुबे को प्रमाण पत्र सौंपा।
प्रमाण पत्र में कहा गया है कि बिंदु भू षण दुबे ने 11 जुलाई 2017 से 24 दिसंबर, 2018 के बीच स्वच्छता पर 301 कार्यशालाएं आयोजित की हैं। यह एक विश्व रिकार्ड है। बिंदु भू षण दुबे ने बताया कि उन्होंने अब तक 20 राज्यों में स्वच्छता कार्यशाला का आयोजन कर चुके हैं। इन सभी कार्यशालाओं की समग्र रिपोर्ट उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को भी सौंपी है। इसके अलावा उन्होंने रिपोर्ट की प्रति कई केंद्रीय मंत्रियों को भी सौंपी है।
11 जुलाई 2017 को शुरू हुआ था अभि यान
स्वच्छता अभि यान का झारखंड प्रदेश संयोजक बनाये जाने के बाद बिंदु भू षण दुबे ने इसे एक संकल्प के रूप में लिया और जन जागरण का अभि यान शुरू किया। स्वच्छता पर उनका पहला कार्यक्रम पिछले साल 11 जुलाई को रांची वीमेंस कॉलेज में आयोजित हुआ। इसमें करीब तीन हजार छात्राएं शामिल हुईं। इसके बाद स्वच्छता कार्यशाला का यह कारवां चल पड़ा और लोग इसमें जुड़ते गये।
मार्च 2018 में जब बिंदु भू षण दुबे ने स्वच्छता पर 200वीं कार्यशाला आयोजित की और इसकी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को सौंपी, तब प्रधानमंत्री ने इससे प्रभ ावित होकर उन्हें गंगा संरक्षण मंत्रालय के तहत स्वच्छ गंगा मिशन का राष्ट्रीय संयोजक (जन जागरण) का दायित्व भी दिया।
राजनीतिक हलचल:
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि प्रगतिशील सरकार की स्थापना करनी है
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि भ ाजपा शासन खत्म कर प्रगतिशील सरकार की स्थापना के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम और महागठबंधन का स्वरूप तय किया जायेगा। अजय कुमार सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
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पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा : जीत की गारंटी वाले उम्मीदवार को मिले टिकट
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि भ ाजपा को यदि धूल चटाना है, तो महागठबंधन उन प्रत्याशियों को मैदान में उतारे, जो चुनाव जीतने का माद्दा रखते हों। सोमवार को वह पार्टी कार्य से धनबाद स्थित सर्किट हाउस पहुंचे थे।
हेडलाइंस:
मोदी ने अटलजी के चित्र वाला 100 रुपये का सिक्का जारी किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद भ वन के सभ ागार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र वाला 100 रुपये का सिक्का जारी किया। 35 ग्राम वजनी इस सिक्के के एक सिरे पर अटलजी के नाम के साथ उनका चित्र है।
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पीएम मोदी ने आइआइटी भु वनेश्वर का किया उद्घाटन, साथ ही 14,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभ ारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आईआईटी भु वनेश्वर का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्य, सड़क-राजमार्ग, उच्च शिक्षा से जुड़ी करीब 14,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का भी शुभ ारंभ किया।
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एक लाख का इनामी पूर्व एरिया कमांडर चढ़ा पुलिस के हत्थे
गढ़वा जिले के रंका थाना पुलिस एवं सीआरपीएफ 172 बटालियन की संयुक्त टीम ने पलामू एवं लातेहार जिला के अनेक कांडों के फरार एवं एक लाख का इनामी नक्सली लालदेव भु इंया पिता, सुबेदार भु इयां को गिरफ्तार किया है।
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चोरों ने ताला तोड़कर साढेÞ इक्यासी हजार के सिक्के की चोरी की
सीसीटीवी में कैद हुए चोरी करते दो युवक, पुलिस छानबीन में जुटी
भु रकुंडा थाना क्षेत्र के एयरटेल टॉवर मेनरोड के समीप बैंक आॅफ बड़ौदा का ताला तोड़कर चोरों ने करीब साढ़े इक्यासी हजार के सिक्कों की चोरी कर ली। बैंक में चोरी की घटना को अंजाम देते दो युवक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गये हैं।