रांची। काशी में सोमवार को दिव्य काशी, भव्य काशी के तहत काशी विश्वनाथ मंदिर धाम के विशाल कॉरिडोर एवं मंदिर का लोकार्पण करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केवल काशी का मान नहीं बढ़ाया बल्कि उन्होंने देश के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव की पुनर्स्थापना करके उसका मान बढ़ाया है। उक्त बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद कही।
उन्होंने झारखंड की जनता की ओर से प्रधानमंत्री के इस सार्थक और ऐतिहासिक कार्य के लिय अभिनंदन करते हुए आभार भी प्रकट किया। प्रकाश ने कहा कि काशी विश्वनाथ, मां गंगा भारत के मान विंदु हैं। मां भारती की पहचान है। राम, कृष्ण और शिव के बिना भारत अधूरा है। ये करोड़ो भारत वासियों के आराध्य ही नही बल्कि आधार है। भारत अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा के बल पर विकास की नवीन गाथाएं लिख रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में स्वच्छ, सृजन और आत्म निर्भर भारत का संकल्प भी सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री ने संस्कृति के साथ श्रम का भी सम्मान बढ़ाया है। कॉरिडोर निर्माण में लगे मजदूरों के साथ भोजन एवम उनपर पुष्प वर्षा के मोदी ने श्रम की सार्थकता एवम महानता को उजागर किया है। श्रमेव जयते नारा नही मोदी सरकार की प्रतिबद्धता है।
गिरिडीह में आयोजित दिव्य काशी ,भव्य काशी कार्यक्रम में बोलते हुए भाजपा विधायकदल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भारत का मजबूत सांस्कृतिक विरासत है, जिसपर गुलामी के लंबे काल खंडों में आक्रांताओं द्वारा भुलाने की कोशिश की गई। आक्रमण के बाद भी हमारी सांस्कृतिक आध्यात्मिक धाराएं अविरल बहती रही। आज मोदी के नेतृत्व में भारत का सांस्कृतिक प्रवाह तेज और स्वच्छ हुआ है। प्राचीनता की मजबूत नींव पर भव्य भारत,एक भारत श्रेष्ठ भारत और आत्मनिर्भर भारत बन रहा है।
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत भारत की आत्मा है। आत्म गौरव के बल पर ही मजबूत और आत्म निर्भर भारत बनेगा। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में देश का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद मजबूत हुआ है। भारत के सर्वांगीण विकास के लिय भौतिक विकास के साथ सांस्कृतिक विकास को भी मजबूत किया जा रहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में यह नया भारत श्रेष्ठ भारत बनकर दुनिया का सिरमौर बनेगा।प्रदेश महामंत्री एवम कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक बालमुकुंद सहाय ने बताया कि आज प्रदेश के सभी सांगठनिक 27 ज़िलों में पड़ने वाले 500 से अधिक मंडलों में दिव्य काशी भव्य काशी कार्यक्रम को निर्धारित मंदिरों में पार्टी के नेताओं , कार्यकर्ताओं ने सीधा प्रसारण देखा और प्रधानमंत्री के उद्बोधन को सुना।