आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। बुंडू अनुमंडल के बैंबू क्लस्टर की चर्चा आज राष्ट्रीय स्तर पर उस समय हुई, जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में क्लस्टर हाउस के कार्यों की जम कर सराहना की और इसे ग्रामीण भारत के आत्मनिर्भर होने की दिशा में कारगर कदम बताया। मन की बात कार्यक्रम के 96वें एपिसोड में पीएम ने कहा कि यह 2022 वर्ष का आखिरी एपिसोड है। पीएम मोदी ने लोगों से महामारी से बचने के लिए सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मास्क और सैनिटाइजेशन का ज्यादा ध्यान रखना है। हम सावधान रहेंगे, तो सुरक्षित भी रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 के बारे में विस्तार से बात करते हुए कहा कि इस साल देश ने नयी रफ्तार पकड़ी है। 2022 की विभिन्न सफलताओं ने पूरे विश्व में भारत के लिए एक विशेष स्थान बनाया है। इस कार्यक्रम में बुंडू में संचालित बुंडू बैंबू क्लस्टर की चर्चा करते हुए कहा कि झारखंड में भी अब त्रिपुरा के तर्ज पर बांस से बने सामान को तैयार कर पूरे भारत में इसकी आपूर्ति की जायेगी। इसके लिए प्रत्येक किसानों को उच्चतम क्वालिटी के बांस के पौधे दिये जायेंगे, जिससे किसानों को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। लोकल फॉर वोकल की तर्ज पर यहां के आदिवासियों को स्वरोजगार से जोड़े जाने की योजना सरकार द्वारा की गयी है।
मोदी ने अटल को याद करते हुए एक किस्सा सुनाया
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजयेपी को याद किया। उन्होंने कहा कि वे एक महान राजनेता थे, जिन्होंने देश को असाधारण नेतृत्व दिया। हर भारतवासी के हृदय में उनके लिए एक खास स्थान है। पीएम ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि मुझे कोलकाता से आस्था नाम की लड़की का एक लेटर मिला। इसमें उन्होंने हाल की अपनी दिल्ली यात्रा का जिक्र किया है। वे लिखती हैं कि इस दौरान उन्होंने पीएम म्यूजियम देखने के लिए समय निकाला। इस म्यूजियम में उन्हें अटलजी की गैलरी खूब पसंद आयी।
2025 तक भारत को टीबी मुक्त करना है
पीएम मोदी ने कहा कि हमने भारत से स्मॉलपॉक्स, पोलियो जैसी बीमारियों को खत्म करके दिखाया है। सबकी कोशिश से कालाजार नाम की ये बीमारी अब तेजी से खत्म हो रही है। इसी भावना से हमें भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करना है। आपने देखा होगा कि बीते दिनों जब टीबी मुक्त भारत अभियान शुरू हुआ, तो हजारों लोग मरीजों की मदद के लिए आगे आये।
अमृत महोत्सव अगले साल भी चलेगा
पीएम मोदी ने कहा कि 6 करोड़ से ज्यादा लोगों ने तो तिरंगे के साथ सेल्फी भी भेजीं। आजादी का ये अमृत महोत्सव अभी अगले साल भी ऐसे ही चलेगा। अमृतकाल की नींव को और मजबूत करेगा। ये ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना का विस्तार है। देश के लोगों ने एकता और एकजुटता को सेलिब्रेट करने के लिए भी कई शानदार आयोजन किये। गुजरात के माधवपुर मेला हो या फिर काशी-तमिल संगम हो, इन पर्वों में भी एकता के कई रंग दिखे।