महुआटांड़ दामोदर नदी स्थित मंदिर के पास निकलता है मोटरसाइकिल का रेला
रामगढ़। बोकारो-महुआटांड़ रजरप्पा सीमा क्षेत्र से कोयला तस्कर बड़ा खेला कर रहा है। इस मामले में पुलिस की रहस्यमयी चुप्पी के राज पर सवाल भी उठने लगे हैं। रोजाना इस क्षेत्र से सैकड़ों टन अवैध स्टीम कोयला मोटरसाइकिल से ओरमांझी में खपाया जा रहा है। कोयला तस्कर बेखौफ हैं। यही वजह है कि करीब 50 किलोमीटर की दूरी बेखौफ तय करते हैं। शाम होते ही गांव का रास्ता देखने लायक होता है। तय रूट पर मोटरसाइकिल सवार अवैध कोयला लेकर ओरमांझी पहुंचते हैं। मोटरसाइकिल सवार अलग-अलग होकर मेन रोड पहुंचते हंै, ताकि एक बार में मोटरसाइकिल की संख्या बड़े पैमाने पर नहीं दिखे।
इधर, धंधे से जुड़े लोगों ने बताया कि सब कुछ सेट है। रामगढ़ इलाके में अवैध कोयला लदा मोटरसाइकिल पर कार्रवाई होती नहीं है और लोडिंग प्वाइंट पर धंधा फल-फूल रहा है। महुआटांड़ से लेकर ओरमांझी तक कई जगहों पर पीसीआर को तैनात देख सकते हैं। सब कुछ उसके सामने गुजरता है, लेकिन कार्रवाई क्या होती है।
जानकारी के अनुसार रजरप्पा महुआटांड़ बॉर्डर का इलाका है। यहां से गजब का खेल हो रहा है। नदी के उस पार कुछ ही दूरी पर महुआटांड़ थाना क्षेत्र में एक मंदिर है। यहां पर अवैध कोयला लदा मोटरसाइकिलों का जुटान होता है। उसके बाद शाम ढलते ही ओरमांझी के लिए निकल जाता है। इसके बाद गांव के अलग-अलग रास्तों से ललकी घाटी पहुंचता है। इसके बाद रांची-पटना मुख्य मार्ग फोरलेन होते हुए टॉल प्लाजा पार कर मंजिल तक पहुंचता है, लेकिन हाइवे में भी इसे हाथ देनेवाला कोई नहीं है।
ओरमांझी में कोयला तस्करी का बड़ा खेल
अवैध कोयला लदे मोटरसाइकिल पर पुलिस कार्रवाई करने से इसलिए बचती है कि मोटरसाइकिल सवार घरेलू उपयोग के लिए कोयला रांची ले जा रहे हैं। लेकिन इसी आड़ में कोयला तस्करों ने बड़ा खेला शुरू कर दिया है। क्योंकि रोजाना मोटरसाइकिल सवार कोयला तस्कर को चार से पांच ट्रक कोयला मुहैया करा दे रहे हैं।