इस्लामाबाद। उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के सबसे ज्यादा अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार को दरबान थाने पर आत्मघाती आतंकी हमले में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 28 अन्य घायल हो गए।

अधिकारियों ने बताया कि आत्मघाती हमलावरों ने दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से सटे अशांत डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने को निशाना बनाया। विस्फोटकों से लदे वाहन से थाने की इमारत में टक्कर मार दी और फिर मोर्टार से हमला किया।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस दौरान सुरक्षाबलों और हमलावरों के बीच गोलीबारी में कम से कम छह सुरक्षाकर्मी मारे गए और 28 अन्य घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने सभी हमलावरों को मार गिराया है। इस हमले की जिम्मेदारीआतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है। पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है। टीजेपी प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इसे फिदायीन हमला करार दिया है। अधिकारियों के अनुसार हमले के कारण जिले के अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया। सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए।

बचाव दल ने घायल व्यक्तियों को डेरा अस्पताल पहुंचाया है। बचाव अधिकारी एजाज महमूद ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की है। कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सरफराज बुगती ने आतंकवादी हमले की निंदा की और लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्व मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने नागरिकों और सुरक्षा बलों पर हमलों की निंदा करते हुए इसे अक्षम्य बताया है। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया है।

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