रांची। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के मंत्री चमरा लिंडा ने अपने विभाग की समीक्षा की। उन्होंने विभाग द्वारा कार्यान्वित की जाने वाली सभी योजनाओं की जानकारी ली। मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि आदिवासी संस्कृति की उच्च परंपराओं पर आधारित कल्याण की योजनाएं बनायी जाये। आदिवासियों की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को उच्च मानक स्तर पर पहुँचाना हमारा ध्येय होना चाहिए। ग्रामीण कल्याण अस्पताल, आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र और पहाड़िया स्वास्थ्य केंद्रों में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी जायें। आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों में सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए पहल की जाये। उन्होंने कतहा कि एसटी/एससी और पिछड़ा वर्ग के लिए चल रही प्रत्येक योजनाओं के क्रियान्वयन में गुणवत्ता और पारदर्शिता को सबसे अहम प्राथमिकता देकर कार्य किये जायें। एसटी/एससी और पिछड़ा वर्ग के युवाओं के लिए रोजगार और आय वृद्धि के लिए दीर्घस्थायी कार्यक्रम तैयार किये जायें। उन्होंने प्रगतिरत सभी कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने पर बल दिया।