रांची: मोरहाबादी फुटबॉल स्टेडियम में विजय सिंह पूर्ति नामक जिला पुलिस के सिपाही की गोली लगने से संदेहास्पद मौत हो गयी। घटना शनिवार दोपहर करीब 12 बजे की है। सिपाही चाईबासा का रहनेवाला था। घटना का पता उस समय चला, जब जवान से मिलने उसकी पे्रमिका प्यारी बैरक में पहुंच थी। जब वह जवान के कमरे में पहुंची, तो विजय सिंह अपने बिस्तर पर मृत पड़ा हुआ था और उसके पैरों में एके-47 फंसी हुई थी। पुलिस मामले को संदेहास्पद मान जांच कर रही है। घटना के वक्त बैरक में कोई और सिपाही मौजूद नहीं था। विजय पूर्ति पूर्व गृह सचिव जेबी तुबीद का बॉडीगार्ड भी था।
प्रेमी को मृत देख भागते हुए पुलिस के पास पहुंची प्रेमिका
पुलिस मर्डर और आत्महत्या दोनों ही बिंदु से मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने संदेह के घेरे में प्रेमिका को भी रखा है। सिपाही की लाश को देख उसकी प्रेमिका भागते हुए मैदान के पास सड़क पर गयी और एक अज्ञात व्यक्ति से लिफ्ट मांग कर बरियातू थाना पहुंची। बरियातू थानेदार डीके श्रीवास्तव को प्यारी ने पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद बरियातू थानेदार अपनी जीप में बैठा कर प्यारी को उक्त बैरक में लेकर आये। मामले की जानकारी तमाम वरीय पुलिस अधिकारियों को दी गयी। घटनास्थल पर पहुंचे सिटी एसपी अमन कुमार, सिटी डीएसपी शंभु कुमार सिंह, लालपुर थानेदार रमोद कुमार ने एफएसएल की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है। एफएसएल की टीम ने जवान के एके-47 समेत काफी गोलियां और बिस्तर पर पड़े हथियार साफ करने के बॉक्स को भी जब्त किया है। गोली जवान के मुंह में लगी थी, जिससे उसकी खोपड़ी का सारा भाग बिस्तर के नीचे जा गिर था।
रविवार को एक सिपाही की हुई थी मौत : राहे ओपी के बैरक में रविवार को सुबह इंसास राइफल साफ करने के दौरान गोली चल गयी थी। इसमें एक सिपाही सूरज की मौत हुई थी। सूरज जमशेदपुर के रहनेवाले थे। ओपी में मौजूद पुलिसकर्मियों के मुताबिक रविवार सुबह कुछ सिपाही ड्यूटी पर चले गये थे। कुछ अपने काम में व्यस्त थे, तभी गोली की आवाज सुनायी दी। सभी दौड़े। बैरक में सूरज की मौत हो चुकी थी।
प्रेमिका प्यारी ने बताया कि वह लातेहार की रहनेवाली है और रांची के करम टोली में किराये के मकान में रहती थी। विजय सिंह और प्यारी एक दूसरे से प्यार करते थे और कोर्ट मैरेज और प्रेम विवाह के लिए करीब 20 दिन पहले लातेहार कोर्ट में शादी की अर्जी भी दाखिल की थी। दोनों के परिवार वाले शादी के खिलाफ थे। इस कारण विजय प्यारी को लेकर शनिवार को चाईबासा जानेवाला था। चाईबासा में विजय के परिजन उसकी शादी को लेकर घर में बैठक करनेवाले थे। विजय ने प्यारी को 12 बजे बैरक में आने को कहां था, जहां से दोनों चाईबासा के लिए निकलने वाले थे। इस बीच ऐसा क्या हुआ कि विजय ने खुद को गोली मार ली, इसकी जांच पुलिस कर रही है। प्यारी ने पुलिस को बताया कि उसके बैरक में पहुंचने से पहले की विजय ने खुद को गोली मार ली थी। हालांकि किसी ने भी गोली चलते नहीं देखी है। बैरक का एक और सिपाही जो कि मोरहाबादी मैदान में था, उसने प्यारी को अंदर जाते देखा था। जैसे ही प्यारी बाहर आयी दूसरा सिपाही अंदर गया और विजय की लाश को बिस्तर पर पड़ा हुआ पाया।