खूंटी: मुरहू थाना के कोड़ाकेल निवासी और खाद-बीज व्यवसायी शषि पांडेय की हत्या का उद्भेदन करते हुए पुलिस ने सरगना समेत दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उनके पास से लूट के 17850 रुपये भी बरामद किये हैं। बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि शशि पांडेय की हत्या के आरोपी श्रवण दास (निसितपुर,रनिया) और सरगना रूपेश कुमार महतो ने घटना को अंजाम दिया है। रूपेश मुरहू के गनगिरा में श्रवण दास निचितपुर में अपने घर पर है। एसपी के निर्देश पर खूंटी के एसडीपीओ रणवीर सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में खूंटी के इंस्पेक्टर अमिताभ राय, तोरपा के थाना प्रभारी अमित कुमार तिवारी, मुरहू के एसआइ बमबम कुमार और राजन कुमार के अलावा मुरहू और तोरपा के सशस्त्र बल को शामिल किया गया। पुलिस की टीम ने गनगिरा और निचितपुर में छापामारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। रूपेश के पास से लूट के नौ हजार और श्रवण से 8850 रुपये बरामद किये गये। श्रवण ने स्वीकार किया कि लूटपाट के दौरान विरोध करने पर उसने ही शषि पांडेय को गोली मारी थी।
एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने में छह अपराधी शामिल थे। अन्य अपराधी लेपा मुंडा (कोड़ाकेल, मुरहू), राजेंद्र कुमार (पंचघाघ), सुबोध बेक (बंगड़केला, बसिया) और आनंद उर्फ अंदन(गनगिरा, मुरहू) फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। एसपी ने बताया कि रूपेश को भरोसा था कि लूट में मोटी रकम मिलेगी, लेकिन उनके हाथ मात्र 64 हजार रुपये लगे। सभी ने दस-दस हजार रुपये बांट लिये। श्रवण के पास मृतक व्यवसायी शशि पांडेय से लूटा गया मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किया है। एसपी ने बताया कि रूपेश महतो ने स्वीकार किया है कि कुछ दिन पहले उसने खूंटी थाना के रेमता गांव से एक बाइक लूटी थी। प्रेस कांफे्रंस में एसडीअपीओ रणवीर सिंह, इंस्पेक्टर अमिताभ राय, बमबम कुमार और राजन कुमार भी मौजूद थे।
संजय खाखा अपहरण कांड में एक और गिरफ्तार
खूंटी। खूंटी के मार्टिन बंगला निवासी संजय खाखा अपहरण कांड के एक अन्य आरोपी बुधु मुंडा को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि अपहरण के बाद संजय खाखा को बुधु मुंडा के कच्चा भूत गांव स्थित आवास में तीन दिनों तक रखा गया है। पुलिस ने सोमवार को अपहरण कांड के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। दो अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद बुधु मुंडा फरार हो गया था। गुप्त सूचना के आधार पर खूंटी के इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी अहमद अली और एसआइ बैजनाथ कुमार का योगदान रहा।
क्या था मामला
छह अगस्त की शाम को शशि पांडेय ने दुकान बंद करने के पहले अपनी पत्नी को घर भेज दिया। कुछ देर बाद वह भी अपनी बाइक से घर पहुंचा। उसी समय उसने देखा कि कुछ अपराधी उसकी पत्नी से रूपयों से भरा थैला लूट कर निकल रहे हैं। शशि ने उनका विरोध किया। इस पर एक अपराधी ने उनके सीने में गोली मार दी। जिससे उनकी मौत हो गयी। उनकी मौत से आक्रोशित लोगों ने सात जुलाई को कुछ समय के लिए खूंटी-चाईबासा रोड को जाम कर दिया था। मुरहू के व्यवसायियों ने अपनी दुकानें बंद रखी थीं।