रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने चुनाव आयोग की ओर से देवघर एसपी को हटाए जाने के मामले पर चुनाव आयोग सहित अन्य जांच एजेंसियों पर एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह देवघर में एसपी को चुनाव आयोग के जरिये हटाया गया है उससे यही लगता है कि अब चुनाव आयोग भी भाजपा के कंट्रोल में है।
भट्टाचार्य बुधवार को हरमू रोड स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सांसद निशिकांत दुबे और उनके परिजनों के खिलाफ फर्जीवाड़े के मामले में शिवदत्त शर्मा ने 28 मार्च जसीडीह थाने में एफआईआर की थी। जब एफआईआर दर्ज हो गया तब इसके लिए जिम्मेवार एसपी को बताया गया। क्या एसपी को हटाकर दर्ज एफआईआर का अनुसंधान बंद किया जा सकता है।
भट्टाचार्य ने कहा कि कोई घोषित प्रत्याशी यदि किसी भी अधिकारी के खिलाफ शिकायत करे तो उस अधिकारी को हटा दें। यह जो बर्ताव है यह किस दिशा की ओर जा रहा है। यह तो सब लोग जानते हैं कि निशिकांत दुबे की पृष्ठभूमि क्या है। अभी ईडी की कार्रवाई हो रही थी तो वह ईडी के प्रवक्ता बन रहे थे। वह सीबीआई के भी प्रवक्ता हैं। अब वह चुनाव आयोग के भी प्रवक्ता बन गए हैं।
भट्टाचार्य ने कहा कि झामुमो की भी कई शिकायतें थीं लेकिन हमारी बातें किसी ने नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि ये चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि चुनाव निष्पक्ष हो, कदाचार मुक्त हो। साथ ही चुनाव आयोग अनावश्यक हस्तक्षेप ना करे।