देवघर. एक महीने तक चले श्रावणी मेले का रविवार को समापन हो गया। रविवार दोपहर बाबा बैद्यनाथ की विशेष पूजा के साथ ही अरघा हटा दिया गया। स्पर्श पूजा शुरू हो गई। श्रावण पूर्णिमा के दिन परंपरानुसार सुबह सरकारी पूजा के समय बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग पर रक्षा सूत्र चढ़ाकर रक्षाबंधन की शुरुआत की। सरदार पंडा गुलाब नंद ओझा ने शिवलिंग पर रक्षासूत्र चढ़ाया। इस मौके पर पुरोहितों ने यजमानों को रक्षासूत्र बांधा।
अंतिम दिन 50 हजार कांवरियों ने किया जलाभिषेक : श्रावणी मेले के अंतिम दिन पट बंद होने तक करीब 50 हजार कांवरियों ने बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक किया। पूर्णिमा पर जलार्पण के लिए शनिवार रात से ही कांवरियों की लाइन लग गई थी, जो मंदिर से बीएड कॉलेज तक पहुंच गई थी। सुबह साढ़े तीन बजे से जलाभिषेक शुरू हुआ। फिर मंदिर कार्यालय में सभी अधिकारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विशेष पूजा कर श्रावणी मेले के सफल संचालन को लेकर बाबा का आभार जताया।