बोकारो। साल 2019 के शुरुआती महीने में ही बाेकारो वासियों के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। मोबाइल एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम लगाकर नागरिक उड्डयन विभाग इसे जल्द से जल्द चालू करना चाहता है। इधर, बोकारो हवाई अड्डे पर रनवे का काम तेजी से चल रहा है। पहले बोकारो से कोलकाता, पटना और दिल्ली के लिए 72 सीट वाली विमान सेवा शुरू होगी। बाद में यात्रियों की भीड़ के अनुसार दक्षिण और पश्चिम भारत के लिए फ्लाइट शुरू होंगी।
रनवे की लंबाई होगी 1650 मीटर
बोकारो हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई 1650 मीटर होगी। हालांकि एयरपोर्ट अथॉरिटी के रिजनल डायरेक्टर ने दिसंबर तक हर हाल में काम पूरा करने काे कहा है। रनवे पर फिलहाल 72 सीटर प्लेन का आवागमन हाे सकता है। इस हिसाब से रनवे को बनाया जा रहा है। इससे अधिकारियों, व्यवसायियों व आम जनता को काफी सुविधा मिलेगी। फिलहाल लोगों को रांची बिरसा मुंडा एयरपोर्ट जाकर गंतव्य के लिए प्लेन पकड़ना पड़ता है। अब यहां से लोग कोलकाता, रांची या पटना प्लेन से जाकर जहां भी जाना हो, वहां प्लेन से जा सकते हैं। बोकारो एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का शिलान्यास 25 अगस्त को मुख्यमंत्री ने किया था। बोकारो एयरपोर्ट का विस्तारीकरण 38.50 करोड़ की लागत से हो रहा है। कोलकाता से एयरपोर्ट अथॉरिटी के रिजनल डायरेक्टर केएल शर्मा हवाई अड्डे का निरीक्षण कर चुके हैं।
तीन विमान कंपनियों से चल रही बातचीत
बोकारो से हवाई सेवा शुरू करने के लिए तीन विमान कंपनियों से बातचीत चल रही है। इसमें इंडिगो, गो-एयर और विस्तारा विमान कंपनियां हैं। इन कंपनियों से यह कहा गया है कि वे कोलकाता, दिल्ली और पटना के लिए फिलहाल सेवाएं शुरू करें। मगर इसके लिए किफायती किराया तय करें। ताकि ज्यादा से ज्यादा यात्रियों का रुझान हवाई सेवा की ओर हो। बाद में यात्रियों की भीड़ बढ़ जाए तो कंपनियां देश के दूसरे भाग में जितना किराया जिस हिसाब से लेती हैं वह लें। इसके साथ ही कंपनियों से यह बात भी हुई है कि अगर इन तीनों शहरों के लिए विमान सेवा सफल हो जाती है तो दक्षिण और पश्चिम भारत के लिए भी सेवाएं शुरू की जाएंगी।
एसी कैफेटेरिया का होगा निर्माण
हवाई अड्डे पर एसी कैफेटेरिया बनेगा। जहां यात्रियों के लिए देश के प्रसिद्ध ब्रांडों की खाने-पीने की चीजें मिलेंगी। विभाग यह व्यवस्था भी करेगा कि यात्रियों को दोपहर का भोजन भी इस कैफेटेरिया में उपलब्ध हो। यहां की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले होगी। सुरक्षा के सारे सिस्टम भी सीआईएसएफ की ओर से ही लगाए जाएंगे।
अभी नहीं उजड़ेगा दुंदीबाद बाजार
रनवे फिलहाल हवाई अड्डे की जमीन पर ही बनेगा। जिसकी वजह से दुंदीबाद के उजड़ने की बात हवा-हवाई साबित हो सकती है। इसलिए अब दुंदीबाद के लोगों को राहत मिलेगी। पहले यह चर्चा जोरों पर थी कि हवाई अड्डा के विस्तारीकरण की वजह से दुंदीबाद बाजार उजड़ जाएगा। लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है।