कोडरमा। देश की हालत बहुत विकट है और अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है। संविधान और लोकतंत्र संकट में है। इसके लिए लोगों को सामने आने की जरूरत है। मंगलवार को झुमरीतिलैया स्थित ब्लाक मैदान में झारखंड विकास मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने उक्त बातें कही। कार्यकर्ता सम्मेलन में गठबंधन ने अपनी ताकत दिखायी। सभा को झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के अलावा राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने भी संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष बेदू साव जबकि संचालन जिला महामंत्री राजेंद्र सिंह और अरशद खान ने किया। सभा में पूर्व विधायक डॉ सबा अहमद, रामचंद्र केसरी, गुरुसहाय महतो, लक्ष्मण स्वर्णकार, खालिद खलील, सुरेश साव, उमेश यादव, सुनील यादव, सुखदेव यादव, रामनाथ सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
सिर्फ कॉरपोरेट को लाभ पहुंचाया जा रहा: बाबूलाल मरांडी
झाविमो के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड और देश में गरीबों, दलितों, पिछडों, आदिवासियों का काम नहीं हो रहा, बल्कि सिर्फ कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। 2014 में नरेन्द्र मोदी पीएम बने, झारखंड में भी भाजपा की सरकार बनी। देश और राज्य के लोगों को बड़ी उम्मीद थी पर न रोजगार मिला और ना ही काला धन आया। कोडरमा गिरिडीह इलाके में ढिबरा और पत्थर व्यवसाय को चौपट कर दिया गया। ढिबरा चुनकर जो जीविकोपार्जन करते थे सरकार ने उसे बंद कर दिया। लोगों को जेल भेज दिया। 2019 में ऐसी सरकार को उखाड फेंकना है।
न रोजगार मिला और न ही खेतों में पानी: अन्नपूर्णा देवी
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि भाजपा सरकार में ना तो रोजगार मिला और ना ही खेतों को पानी। अच्छे दिन आम आदमी के लिए नहीं सिर्फ बीजेपी वालों के आये। उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, आप देश और राज्यस को जुमलेबाजों से मुक्ति दें। उन्होंने कहा कि लगभग पांच साल हो गये। इसी ब्लाक मैदान में पीएम की सभा हुई थी। उन्होंने कहा था कि माइका की चमक वापस आयेगी। पर सरकार ने माइका, क्रशर एवं स्टोन व्यवसाय को खत्म करने और पेट पर लात मारने का काम किया। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओं की हकीकत कोडरमा जिला में दिख रही है, अधिकारी सिर्फ पुरस्कार लेने में व्यस्त हैं।
चुनाव में झारखंड, बिहार और यूपी की अहम भूमिका: शरद
शरद यादव ने लोकसभा चुनाव में झारखंड, बिहार और यूपी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। कहा कि साल 2014 में झारखंड से 12, बिहार से 31 और यूपी से 73 कुल 116 सीटें एनडीए को मिलीं और केंद्र में उसकी सरकार बन गयी। उस समय लोगों को जो सपे दिखाये गये कोई भी पूरा नहीं हुआ। झारखंड में देश के पूंजीपतियों ने डेरा डाल दिया। बीजेपी आम लोगों की पार्टी नहीं अंबानी और अडानी की सरकार है।