रांची। एक सप्ताह की मशक्कत के बाद अंतत: शुक्रवार को झामुमो, कांग्रेस और राजद के बीच सीटों को लेकर आपसी सहमति बन गयी। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन इसकी जानकारी संवाददाताओं को दी। आरपीएन सिंह ने यह भी कहा कि गठबंधन की ओर से हेमंत सोरेन ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। सहमति के मुताबिक झारखंड की 81 सीटों में से 43 पर झारखंड मुक्ति मोर्चा लड़ेगा। 31 सीटें कांग्रेस के खाते में आयी हैं, जबकि राजद को सात सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। अंदरखाने की सूचना है कि इसे लेकर राजद को मलाल है। इसे लेकर तेजस्वी यादव प्रेस कांफ्रेंस में पहुंचे भी नहीं।
उधर कांग्रेस के आरपीएन सिंह और झामुमो के हेमंत सोरेन ने स्पष्ट कहा है कि अगर किसी पार्टी का कोई प्रत्याशी इस सहमति से अलग जाकर चुनाव लड़ने की हिमाकत करेगा, तो उस दल को ही गठबंधन से बाहर कर दिया जायेगा। समझौते में प्रथम चरण में किसके हिस्से कौन सी सीटें आयी हैं, इसका ऐलान कर दिया गया है। पहले चरण में कांग्रेस सबसे ज्यादा 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, झामुमो चार सीट पर और तीन सीट पर राष्ट्रीय जनता दल अपना प्रत्याशी देगा।
हालांकि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नेताओं ने राजद के हिस्से आयी सभी सात सीटों की घोषणा कर दी गयी। प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, आलमगीर अलम, शशिभूषण राय और शमशेर आलम उपस्थित थे। गठबंधन में वाम दलों को शामिल नहीं किया गया है।
हेमंत सोरेन के नेतृत्व पर सभी सहमत
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि गठबंधन को लेकर तीनों दलों में बात बन गयी है। हेमंत सोरेन ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। उन्होंने कहा कि किसी में कोई नाराजगी नहीं है। तेजस्वी के प्रेस कांफ्रेंस में नहीं पहुंचे के सवाल पर कहा कि पहले ही घोषणा की गयी थी कि कांग्रेस और झामुमो साथ प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। दिल्ली से लेकर रांची तक यह बात कही गयी थी।
राजद से बातचीत जारी : हेमंत सोरेन
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से बातचीत चल रही है। हम लगातार संपर्क में हैं। उन्हें जेल में रखा गया है। कई बातें उनकी सलाह के बगैर सामने नहीं आती। गठबंधन के बारे में राजद को पूरी जानकारी है। उन्हें निर्णय लेने में वक्त लग रहा है। सोरेन ने कहा कि लालूजी भाजपा सरकार के राजनीतिक विद्वेष के शिकार हैं। उनके साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है, जैसे वह कोई बड़े आतंकी हों।
झामुमो
’गुमला ’विशुनपुर ’लातेहार और ’गढ़वा
कांग्रेस
’लोहरदगा ’मनिका ’पांकी ’डालटनगंज ’विश्रामपुर ’भवनाथपुर
राजद
’हुसैनाबाद ’छतरपुर ’चतरा’देवघर ’गोड्डा ’कोडरमा ’बरकट्ठा