नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में महागठबंधन बनाने के प्रयासों को आज तब बड़ा झटका लगा जब राष्ट्रीय लोकदल और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों को लेकर बातचीत टूट गयी। अब रालोद अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी। उल्लेखनीय है कि चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने के लिए अब सिर्फ पांच दिन ही बचे हैं।
रालोद के महासचिव त्रिलोक त्यागी ने कहा कि सपा की ओर से शुरू से ही धोखा देने की रणनीति बनायी जा रही थी। त्यागी ने आरोप लगाया कि सपा पर भाजपा का दबाव है ताकि राज्य में धर्मनिरपेक्ष गठबंधन नहीं बनने पाये।