Author: azad sipahi desk
नई दिल्ली: आतंकवादियों के साथ गिरफ्तार जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह ने पूछताछ में जांच एजेंसियों को बताया कि वह उन आतंकियों को सरेंडर कराने ले जा रहा था। सूत्रों ने यह जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूछताछ से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हम लोग देविंदर सिंह के दावे की जांच कर रहे हैं। हालांकि अगर आतंकियों को सरेंडर कराए जाने की बात होती तो कई अन्य अफसरों के पास भी वह सूचना होती, लेकिन किसी बड़े अफसर के पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। एक पुलिस अधिकारी ने सूत्रों को बताया कि शुरुआती जांच में यह…
नई दिल्ली : माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने नागरिकता (संशोधन) कानून, 2019 पर दुख जताते हुए कहा है कि वह किसी बांग्लादेशी शरणार्थी को भारत में स्टार्टअप खड़ा करते या इन्फोसिस के सीईओ बनते देखना चाहते हैं। भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक नडेला ने कहा, ‘मुझे लगता है कि जो भी हो रहा है, वह बुरा है… यह गलत है… मैं तो भारत आनेवाले बांग्लादेशी शरणार्थी को भारत में अगला यूनिकॉर्न बनाने या इन्फोसिस का अगला सीईओ बनते देखना पसंद करूंगा।’
सोनिया की अगुवाई में विपक्ष की बैठक, केंद्र पर हमला
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में रघुवर दास को हराकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुए भाजपा के बागी और पूर्व मंत्री सरयू राय राज्य के महाधिवक्ता अजीत कुमार के खिलाफ मुकदमा करेंगे। इस सिलसिले में वह मंगलवार को दिल्ली में डॉ सुब्रमण्यम स्वामी समेत वरीय अधिवक्ताओं से मुलाकात कर विमर्श करेंगे। इसके लिए वह दिल्ली पहुंच चुके हैं। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। सरयू राय ने कहा कि भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में महाधिवक्ता की शह पर झारखंड बार काउंसिल में मेरे विरूद्ध पारित निंदा प्रस्ताव पर अब कानूनी लड़ाई निश्चित है। सरयू राय के इस बयान के बाद…
निर्देश के बाद मुख्य सचिव ने की उच्चस्तरीय बैठक
मुकेश काबरा रांची। प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन के चुनाव में ओमप्रकाश अग्रवाल को अध्यक्ष चुना गया। परिणाम की घोषणा करते हुए विनोद जैन ने बताया कि ओमप्रकाश अग्रवाल को 919 मत मिले। साथ ही दूसरे प्रत्याशी बसंत कुमार मित्तल को 601 मत मिले और शेष 13 मत अवैध पड़े। चुनाव पदाधिकारी मनोज बजाज ने ओमप्रकाश अग्रवाल को प्रमाण पत्र सौंपा। नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष निर्मल काबरा के अधूरे सपने को पूर्ण करूंगा। साथ ही सुझाव और मार्गदर्शन पर अमल करते हुए युवा और महिला शक्ति को बढ़ावा देने का काम करूंगा। संगठन को मजबूती प्रदान…
24 सितंबर 2006 को जब भाजपा से अलग होकर बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक का गठन किया था, तभी से भाजपा को यह महसूस होने लगा था कि बाबूलाल को उचित तवज्जो और उनके विचारों को महत्व न देकर पार्टी ने गलती की है। इसके बाद भाजपा ने अपनी भूल सुधारने की लगातार कोशिश की और बाबूलाल मरांडी को पार्टी में वापस लाने की कोशिशें चलती रहीं। भाजपा की इन कोशिशों का नतीजा तब निकला, जब झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आने पर भाजपा सत्ता से बेदखल हो गयी। इसके बाद पार्टी के आलाकमान ने बाबूलाल को न सिर्फ मना लिया, बल्कि पार्टी में उनके आने की सूचना अर्जुन मुंडा सरीखे पार्टी के वरीय नेताओं को भी दे दी। अब खरमास के बाद बाबूलाल भाजपा के नेता के रूप में दिखेंगे। बाबूलाल की भाजपा में वापसी और झारखंड की राजनीति में उनकी अहमियत की पड़ताल करती दयानंद राय की रिपोर्ट।
