रांची। साल 2014 में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले की घटना है। रांची संसदीय सीट से आजसू पार्टी के उम्मीदवार…
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रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देश की जनता ने वर्ष 2014 में एक गरीब परिवार में जन्मे बेटा…
मुरहू के कुंकुसी जंगल में हथियार बना कर पीएलएफआइ को भेजे जाते थे
आजाद सिपाही संवाददाता रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को राजधानी रांची को 1527 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी।…
इस बार का चुनाव 2014 के मुकाबले भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण है। यह सच है कि लिोकसभा चुनाव में विपक्ष के वोटों का बिखराव नहीं हुआ तो भाजपा के समक्ष कड़ी चुनौती पेश आयेगी। पूर्व के उदाहरण भी इस बात को साबित करते हैं। एकीकृत बिहार के समय वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में झारखंड इलाके से भाजपा को 12 सीटें मिली थीं। लेकिन वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा एक सीट पर सिमट कर रह गयी थी। उस चुनाव में भी झामुमो, कांग्रेस, राजद और वामदलों का महागठबंधन हुआ था। एक सीट बाबूलाल मरांडी जीतने में सफल हुए थे। पिछली बार भाजपा के लिए हर मर्ज की दवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे, लेकिन इस बार भाजपा को इससे इतर मजबूत हथियार के साथ मैदान में उतरना होगा। कारण यह कि पिछली बार बाबूलाल मरांडी झामुमो और कांग्रेस के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे। वहीं झामुमो और कांग्रेस भी भाजपा के साथ साथ बाबूलाल मरांडी की मुखालफत कर रहे थे, लेकिन इस बार का सीन बहुत अलग है। महागठबंधन के तहत पिछली बार के सभी भाजपा विरोधी एक मंच पर जुट रहे हैं। ऐसे में भाजपा को विपक्ष के चौतरफा प्रहार का जवाब देने के लिए रणीनीति बनानी होगी। देखा जाये तो पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 47 लाख वोट लाकर 12 सीटों पर कब्जा किया था, जबकि विपक्ष का वोट 54 लाख था, लेकिन जीत महज दो सीटों पर ही मिली थी। इस विषय पर प्रकाश डाल रहे हैं आजाद सिपाही के राजनीतिक संपादक ज्ञान रंजन।
आजाद सिपाही संवाददाता रांची। सीएम रघुवर दास ने कहा कि राज्य में मीठी क्रांति के लिए 100 करोड़ की योजना…
आजाद सिपाही संवाददाता रांची। कांग्रेस के राष्टय अध्यक्ष राहुल गांधी झारखंड के एक दिन के दौरे पर दो मार्च को…
रांची। बात कुछ साल पुरानी है। तब झारखंड अलग राज्य नहीं बना था। रांची के महात्मा गांधी नगर भवन में…
रांची। झाविमो के छह बागी विधायकों पर चार साल बाद बुधवार को फैसला आया। विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने फैसला…
सिद्धांत की राजनीति हमारा लक्ष्य : मिश्रा रामगढ़/हजारीबाग। चाणक्य आइएएस एकेडमी सह एके मिश्रा फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष एके मिश्रा…
रांची। हमारे माननीय प्रदेश अध्यक्ष जी झाविमो के सांसद रह चुके हैं। उन्हें कांग्रेस के कल्चर के बारे में कुछ…