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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंड के लोग अपने कर्म और कर्तव्य से अपनी पहचान बनाते हैं। यहां के लोग शॉर्टकट नहीं अपनाते। शुक्रवार को धुर्वा के जेएससीए स्टेडियम में आयोजित कार्बन झारखंड टी-20 क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के आयोजन का प्रस्ताव जब रखा गया, तो बड़ी दुविधा थी। झारखंड समेत पूरा देश वैश्विक महामारी के दौर से गुजर रहा था। लेकिन हुनर को निखारने के लिए

झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने कोविड-19 एवं लॉकडाउन इफेक्ट को देखते हुए उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। आयोग ने चालू बिजली दर में किसी भी प्रकार की कोई बढ़ोतरी नहीं की है। साथ ही कई प्रकार की छूट एवं सुविधा देकर उपभोक्ताओं को पूरी तरह से खुश करने का प्रयास किया है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) ने आयोग में पिछले दिसं

भाजपा और आजसू पुराने साथी हैं। अलग झारखंड राज्य की लड़ाई दोनों ने मिलकर लड़ी है। इस बार भी राज्य सरकार की विफलताओं के खिलाफ भाजपा और आजसू साझा लड़ाई लड़ेंगे।
शुक्रवार को आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो से उनके आवास पर मुलाकात के बाद ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहीं। मुलाकात के दौरा

सोनिया गांधी ने शुक्रवार को बिहार के चंपारण में आयोजित गांधी चेतना रैली को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। रैली के माध्यम से उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि देश में जान-बूझकर भय का माहौल बनाया जा रहा है। कुछ लोग भय, भ्रम और भावना का कारोबार कर सरकार चला रहे हैं। सोनिया ने आह्वान किया कि लोग सावधान रहें और सही फैसला लें।

झारखंड की दो विधानसभा सीटों, दुमका और बेरमो में तीन नवंबर को मतदान होगा। दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में यह पहला उप चुनाव हो रहा है। लिहाजा इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां बेहद गंभीर हैं और पूरे दम-खम के साथ वे इस चुनावी मुकाबले में उतरने के लिए तैयार हो रही हैं। मुकाबले की तस्वीर भी लगभग साफ हो चुकी है। इसके अनुसार दुमका में जहां मुकाबला झामुमो और भाजपा के बीच होगा, वहीं बेरमो सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर होगी, क्योंकि आजसू ने गठबंधन धर्म का पालन करते हुए बेरमो से अपनी दावेदारी वापस ले ली है। उप चुनाव की

ख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची शहर के सीवरेज-ड्रेनेज निर्माण का डीपीआर तैयार करने के लिए मैनहर्ट परामर्शी की नियुक्ति में गड़बड़ी के लगे आरोप की एसीबी जांच का आदेश दिया है। विधायक सरयू राय ने मुख्यमंत्री समेत सभापति, सामान्य प्रयोजन समिति आदि को पत्र लिख कर मैनहर्ट के खिलाफ एसीबी जांच कराने का आग्रह किया था। उन्होंने तत्कालीन नगर विकास मंत्री रघुवर दास एवं अन्य पर मैनहर्ट की नियुक्ति में अनियमितता का आरोप लगाया था। इन सभी के विरुद्

दुमका उपचुनाव में झामुमो के अधिकृत उम्मीदवार पार्टी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष बसंत सोरेन होंगे। दुमका में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रबुद्ध जनता की इच्छा थी कि यह सीट गुरुजी के पास सुरक्षित रहे। कार्यकर्ताओं और जनता की इच्छा के अनुरूप इस सीट पर बसंत सोरेन उम्मीदवार होंगे। गुरुवार को झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में ये बातें पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहीं।

एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर पहले दिल्ली में और फिर गुरुवार को पटना में मंथन का दौर चला। भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव पटना में हैं। गुरुवार की सुबह पटना बीजेपी की हाई लेवल बैठक के बाद दूसरी बैठक भी हुई। इसके बाद देवेंद्र फडणवीस और भूपेंद्र यादव जदयू अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले। इस मुलाकात के दौरान एनडीए की अहम बैठक हुई, जिसमें सीट शेयरिंग पर मंथन किया गया। उधर, दिल्ली में

जिले के ठाकुरगंगटी गांव से बिना मास्क के बेटी का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे युवक की पुलिस ने बर्बर तरीके से पिटाई कर दी। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, उसे लाइन हाजिर किया गया है। उधर, वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने

पिछले साल जब झारखंड में विधानसभा चुनाव की गहमागहमी थी, कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में राज्य के किसानों का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। चुनाव हुए और झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन को सत्ता मिल गयी। दिसंबर में सरकार बनाने के महज तीन महीने बाद ही कोरोना का संकट पैदा हो गया और पूरे देश का पहिया थम गया। इस संकट के बीच अब हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य के आठ लाख किसानों का 25 हजार रुपये तक का कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी है, जिसे किसानों के हित में एक बड़ा कदम माना जा रहा है, साथ ही एक वर्ग इसे एक बड़े राजनीतिक दांव के रूप में देख रहा है। सत्ता संभालने के बाद से ही हेमंत सोरेन लगातार राज्य की बदहाल अर्थव्यवस्था की बात कहते रहे हैं। इसी बदहाली के कारण उन्हें कई लोकप्रिय योजनाओं को बंद करने का कठोर फैसला लेना पड़ा, जिसमें से एक मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना भी थी। अब उन्होंने कि