मुंबई: शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की 91वीं जयंती पर सोमवार को शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीखी आलोचना की, जबकि केंद्र व राज्य दोनों जगह सरकार बनाने में शिवसेना भाजपा का साझीदार है।
प्रधानमंत्री की निंदा करते हुए शिवसेना ने कहा कि स्वर्गीय नेता ने कभी ’56 इंच का सीना’ वाला बयान नहीं दिया, लेकिन उनके नाम से ही देश के दुश्मन डरते रहे। गोधरा कांड के बाद गुजरात मुख्यमंत्री के पद से हटाए जाने की भाजपा की योजना के वक्त वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े हुए।
सेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय में यह लिखा गया है कि गोधरा कांड के बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी मोदी को निकालने की योजना बना रहे थे, लेकिन बालासाहेब ने अपना समर्थन दिया।
उस वक्त मोदी को समर्थन देना बालासाहेब के लिए काफी साहस वाला काम था।
बाल ठाकरे की 91वीं जयंती पर शिवसेना ने कहा, ‘स्वर्गीय शिवसेना सुप्रीमो ने कभी भी अपनी छाती के साइज का खुलासा नहीं किया लेकिन पाकिस्तान और देश के दुश्मन उनके नाम मात्र से घबरा जाते थे।’
शिवसेना ने यह भी कहा कि देश अभी दयनीय स्थिति में है क्योंकि सत्तारूढ़ प्रशासन लोगों की परेशानियों को दूर करने के बजाए नई घोषणाएं करने में व्यस्त है।
सेना सुप्रीमो अपने आदर्शों को लेकर इमानदार थे। लोकतंत्र के नाम पर वे लोगों के साथ धोखाधड़ी नहीं करते थे।
महाराष्ट्र व केंद्र में भाजपा का साझीदार होने के बावजूद नोटबंदी के निर्णय पर सेना ने तीखी आलोचना की और अपने मुखपत्र के जरिए इस मुद्दे को लेकर सरकार पर बार-बार हमले करता रहा।
बता दें कि मोदी के खिलाफ सेना का यह आलोचनात्मक बयान उस वक्त आया है, जब मुंबई में बीएमसी चुनावों के लिए भाजपा की ओर से गठबंधन की संभावना है।