रांची। जेपीएससी की छठी मुख्य परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर सोमवार को विधानसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ। स्पीकर दिनेश उरांव ने सदन को इस मामले में उपेक्षित रखने पर कड़े लहजे में कहा कि निर्णय नहीं ले सकते तो बंद कर दीजिए विधानसभा। कार्यवाही का संचालन करते हुए झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव का बड़ा बयान तब आया, जब सदन में विधायक परीक्षा रोके जाने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निर्णय नहीं ले सकती सरकार तो विधानसभा बंद कर दे। आसन की गंभीर टिप्पणी के बाद सत्ता पक्ष में खामोशी छा गयी। स्पीकर ने कहा कि मैं अपनी सीमा को समझता हूं। सभी सदस्य आसन की मजबूरी को समझ रहे हैं। मैं खुद गंभीर हूं। लीक से हट कर हमने प्रश्नकाल में इस विषय पर चर्चा कराया। सरकार को भी थोड़ा विचार करना चाहिए। सदन की भी गरिमा बनी रहनी चाहिए।
हाइकोर्ट ने जेपीएससी छठी के रिजल्ट पर लगायी रोक
रांची। झारखंड हाइकोर्ट ने छठी जेपीएससी मुख्य परीक्षा के रिजल्ट पर रोक लगा दी है। हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने जेपीएससी और सरकार को निर्देश दिया है कि वह हाइकोर्ट की बिना अनुमति के रिजल्ट का प्रकाशन नहीं करें। कोर्ट ने सोमवार से शुरू हुई जेपीएससी छठी मुख्य परीक्षा पर रोक लगाने से इंकार करते हुए यह आदेश दिया। प्रार्थी पंकज कुमार पांडे ने जेपीएससी मुख्य परीक्षा पर रोक लगाने का आग्रह कोर्ट से किया था। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने मामले में मुख्य परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों को पक्षकार बनाने का भी निर्देश दिया। कहा कि मुख्य परीक्षा में शामिल होनेवाले परीक्षार्थी अपनी कोई बात रखना चाहते हैं, तो वे अपना पक्ष कोर्ट में रख सकते हैं। इसके लिए कोर्ट ने दो दैनिक समाचार पत्र में नोटिस प्रकाशित करने का निर्देश अपीलार्थी को दिया है।
इसके अलावा जेपीएससी और हाइकोर्ट की वेबसाइट पर भी इस नोटिस को प्रकाशित करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई सुनवाई 25 फरवरी को होगी। ल्लशेष