रांची। चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर शुक्रवार को झारखंड हाइकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया। कोर्ट अगले शुक्रवार यानी 11 जनवरी को अपना फैसला सुनायेगा। करीब दो घंटे तक चली सुनवाई के दौरान लालू के वकील कपिल सिब्बल ने उनकी बिमारियों और उम्र का हवाला दिया। वहीं, सीबीआइ के वकील ने लालू की जमानत याचिका का विरोध किया। लालू ने जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में हस्तक्षेप याचिका दायर कर जमानत की मांग की थी।
लालू की ओर से दायर याचिका
याचिका में कहा गया है कि देवघर, चाईबासा एवं दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में इससे पहले भी उनको जमानत मिल चुकी है। इसलिए उन्हें जमानत की सुविधा प्रदान की जाये। कपिल सिब्बल ने मुंबई के हॉस्पिटल के लालू यादव की बीमारियों से संबंधित सर्टिफकेट भी प्रस्तुत किये। जमानत की अवधि छह हफ्ते और बढ़ाने की नयी याचिका में कहा गया था कि लालू गंभीर रूप से बीमार हैं। प्लेटलेट्स की कमी, ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, हृदय, किडनी एवं डिप्रेशन सहित कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।
एक साल से जेल में हैं लालू यादव
लालू यादव को चारा घोटाला के देवघर ट्रेजरी केस में 23 दिसंबर, 2017 को दोषी करार दिया था। तब से वह जेल में है। पिछले साल 17 मार्च को तबियत बिगड़ने पर पहले रिम्स और फिर दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया। लालू को 11 मई को इलाज के लिए कोर्ट ने छह हफ्ते की जमानत मंजूर की थी। इसे बढ़ाकर 14 और फिर 27 अगस्त तक किया। कोर्ट ने इसके बाद 30 अगस्त को लालू को कोर्ट में सरेंडर करने का निर्देश दिया था।
रिम्स में हैं भर्ती लालू यादव
लालू बीमार होने की वजह से अभी रिम्स में भर्ती हैं। दुमका, देवघर और चाईबासा में फर्जीवाड़ा के तीनों मामलों में हाइकोर्ट में उनकी अपील याचिका पर सुनवाई हो रही है। अब लालू प्रसाद की ओर से एक याचिका डालकर जमानत की मांग की गयी है।