रांची। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई ) का दिनेश गोप नाम का ही सुप्रीमो है। संगठन का सब काम तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप करता था। बताया जा रहा है कि तिलकेश्वर गोप की गिरफ्तारी के बाद पीएलएफआई संगठन पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है।

एसएसपी किशोर कौशल ने शुक्रवार को बताया कि तिलकेश्वर गोप की गिरफ्तारी से पीएलएफआई को बहुत बड़ा झटका लगा है। इसके ऊपर लगभग 67 मामले दर्ज है। इसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप लेवी वसूलने से लेकर हत्या और संगठन से जुड़े सभी काम वही मैनेज करता था ।

उल्लेखनीय है कि रांची की अनगड़ा थाना पुलिस ने गुरुवार को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के करीबी तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप और सूरज गोप उर्फ कोका को गिरफ्तार किया था। इनके पास से एक राइफल, दो देशी बंदूक, 10 गोली, दस मोबाइल , पांच सिमकार्ड और पीएलएफआई का सात पीस पर्चा बरामद किया था।

तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप के खिलाफ 67 मामले दर्ज हैं। इनमें रांची में नौ, दो सिमडेगा, 37 खूंटी, चार चाईबासा और 15 गुमला में हैं। इसके खिलाफ झारखंड सरकार ने 10 लाख का इनाम घोषित कर रखा था।

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