पटना। बिहार में एक तरफ राजग सीटों के ऐलान के साथ चुनावी अभियान में आगे बढ़ चुका है, तो महागठबंधन का पेंच अब भी अटका हुआ है। सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस की तरफ से आनाकानी के बाद अब राष्ट्रीय जनता दल ने उससे दो टूक कह दिया है कि कांग्रेस को आठ से अधिक सीटें नहीं मिलेंगी। यदि इतने से वह संतुष्ट नहीं है, तो अकेले चुनाव लड़े। राजद नेता तेजस्वी यादव ने साफ किया है कि होली से पहले तक यदि इस पर फैसला नहीं हुआ, तो फिर कांग्रेस को महागठबंधन से अलग होना पड़ेगा। उसके बाद राजद महागठबंधन के बाकी सहयोगियों के साथ सीटों के बंटवारे की घोषणा कर देगा।

सूत्रों के मुताबिक बिहार में राजद और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। ऐसे में तेजस्वी यादव की तरफ से अल्टीमेटम के बाद गहमागहमी और बढ़ गयी है। तेजस्वी ने इससे पहले भी कांग्रेस को सीटों की संख्या 11 से कम करने को कहा था। उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस तैयार नहीं होती है, तो फिर राजद अन्य सहयोगियों के साथ तालमेल का ऐलान कर देगा। ताजा राजनीतिक घटनाक्रम में तेजस्वी ने सीटों के तालमेल की घोषणा की तैयारी कर ली है। इसमें हम के जीतन राम मांझी, रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा और वामपंथी दलों के नेताओं के भी शामिल होने की चर्चा है।

राजद सूत्रों के अनुसार शुरुआती बातचीत में लालू ने कांग्रेस को बिहार की 40 सीटों में से सिर्फ सात सीटें देने का वादा किया था, लेकिन कांग्रेस की15 सीटों की मांग के चलते राजद ने इसे आठ सीटें देने की हामी भरी। इसके बाद कांग्रेस की ओर से 11 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी गयी। इस घोषणा पर राजद और गठबंधन के बाकी साथियों ने सवाल उठाने शुरू कर दिये थे। इस बीच बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने कहा है कि इस मसले पर एक बार फिर विचार होगा और सभी मुद्दों का हल निकल जायेगा।

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