-आरोपी आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह को फांसी की सजा
बीरु कुमार
रामगढ़। बरकाकाना के ट्रिपल मर्डर मामले में रामगढ़ व्यवहार न्यायालय के एडीजे-1 की कोर्ट से निकल कर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। मामले में आरोपी आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह को फांसी की सजा सुनायी गयी है। गुरुवार को एडीजे-1 शेषनाथ सिंह की अदालत ने यह फैसला सुनाया है। लोक अभियोजक आरबी राय ने बताया कि आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह के खिलाफ 16 लोगों की गवाही हुई थी। इसके अलावा अनुसंधानकर्ता संजीव बेसरा ने भी अपना बयान न्यायालय में दर्ज कराया था। सभी गवाहों के बयान के आधार पर पवन कुमार सिंह को फांसी की सजा सुनायी गयी है।
कौन-कौन सी धारा में सुनायी गयी सजा:
आरोपी पवन कुमार सिंह को धारा 302 के तहत फांसी की सजा सुनायी गयी। जबकि धारा 307 के तहत 10 साल की सजा और 10 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया। जुर्माने की राशि नहीं देने पर अतिरिक्त एक साल की सजा सुनायी गयी है। धारा 27 आर्म्स एक्ट में सात साल की सजा और 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। जुर्माने की राशि नहीं देने पर अतिरिक्त एक साल की सजा सुनायी गयी है। इससे पहले 13 मार्च को आरोपी को दोषी करार दिया गया था।
क्या हुआ था 17 अगस्त 2019 की रात:
17 अगस्त 2019 की रात बरकाकाना ओपी क्षेत्र के रेलवे क्वार्टर 10 में तीन लोगों की हत्या हुई थी। आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह ने अपनी गर्भवती प्रेमिका वर्षा देवी उर्फ मीना देवी, प्रेमिका के पिता अशोक राम, प्रेमिका की मां लीलावती देवी की हत्या कर दी थी। इस वारदात में सुमन कुमारी और संजय राम भी जख्मी हुए थे।
सर्विस रिवाल्वर से दिया था घटना को अंजाम:
पुलिस के अनुसार पवन कुमार सिंह अपने सर्विस रिवाल्वर लेकर अशोक राम के घर पहुंचा था। वहां वह इतने गुस्से में था कि खिड़की से ही गोलियां बरसाने लगा था। जिस कमरे में अशोक, वर्षा, सुमन और लीलावती देवी थे, वहां उसने अंधाधुंध फायरिंग की। पूरा कमरा खून से लाल हो गया था। इस वारदात के चश्मदीद गवाह संजय को भी भागते वक्त पवन ने पैर में गोली मारी थी।
हत्यारा आरपीएफ जवान पवन कुमार सिंह बिहार राज्य के भोजपुर जिले के करथ गांव का निवासी है। उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने एड़ीचोटी का जोर लगाया था। जब कोई रास्ता नहीं मिला, तो आरपीएफ के डीएसपी दीपक सिन्हा ने पुलिस टीम को एक अगुआ के रूप में इस्तेमाल किया था। पुलिस के ही लोग पवन के पिता विनोद सिंह के पास शादी का प्रस्ताव लेकर गये थे। इसी दौरान उन लोगों ने लड़का देखने की बात की। जब पवन को लगा कि वह किसी रिश्ते में बंधने जा रहा है, तब वह अपने घर आया। इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ा था।