पाकुड़। पाकुड़ में बीमारी का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की अपील करनेवाले 30 सरकारी कर्मियों की अनिवार्य सेवानिवृत्ति की अनुशंसा उपायुक्त ने कर दी है। गौरतलब है कि आगामी लोकसभा चुनावों में मतदान कार्य के लिए सरकारी कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया जाना है। जिले के कई सरकारी कर्मचारियों ने बीमारी का हवाला देकर उन्हें चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की थी। मेडिकल जांच के बाद इनमें से 30 कर्मियों को अनफिट पाया गया। अब उपायुक्त ने यह दलील देते हुए कि इतनी बीमारी में तो कर्मी दैनिक सरकारी कार्य भी नहीं कर पाते होंगे, उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की मांग की है। पाकुड़ के उपायुक्त द्वारा जारी यह चिट्ठी अब सोशल मीडिया में वायरल है। लोग इस पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बर्णवाल ने लिखी चिट्ठी : उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बर्णवाल ने जिले में संबंधित विभागों के कार्यालय प्रधान के नाम जारी चिट्ठी में लिखा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पोलिंग आॅफिसर के रूप में सरकारी कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी है। कई कर्मचारियों ने अपने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की है। उनका लिखित आवेदन भी प्राप्त हुआ। कर्मियों के आग्रह पर एक विशेष मेडिकल टीम का गठन किया गया। सभी कर्मियों की जांच करायी गयी। मेडिकल जांच के बाद कई कर्मियों को अनफिट घोषित किया गया है। उपायुक्त ने लिखा है कि जो कर्मचारी अनफिट घोषित किये गये हैं, वे बिना किसी संदेह के अपने दैनिक सरकारी काम का भी निर्वहन नहीं कर पाते होंगे।

Share.

Comments are closed.

Exit mobile version