झारखंड से नहीं जाने देंगे खनिज संपदा: अजय
रांची। राज्य के विभिन्न आदिवासी मूलवासी संगठनों ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को साजिश के तहत फंसाये जाने के विरोध में बुधवार को आक्रोश मार्च निकाला। नारे लगाते आदिवासियों के विभिन्न संगठन कोकर स्थित बिरसा मुंडा के समाधि स्थल से जुलूस के रूप में लालपुर, अल्बर्ट एक्का चौक होते हुए राजभवन पहुंचे। आदिवासी पारंपरिक पोशाक और वाद्ययंत्र के साथ जुलूस में शामिल हुए थे। सभी कोकर समाधि स्थल से पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे। केंद्रीय सरना समिति के अजय तिर्की ने कहा कि हेमंत सोरेन को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो राज्य से बाहर खनिज संपदा बाहर जाने नहीं देंगे। केंद्र सरकार तानाशाही कर रही है। राहुल उरांव ने कहा कि यह सब कार्रवाई भाजपा के इशारे पर हो रही है।
सड़क जाम, रेंगती रहीं गाड़ियां
रांची। झारखंड के विभिन्न आदिवासी मूलवासी संगठनों के आक्रोश मार्च का असर सड़कों पर दिखा। हर तरफ जाम लगा रहा। नतीजा हुआ कि गाड़ियां रेंगती रहीं। लालपुर, मेन रोड और रातु रोड में घंटों सड़कें जाम रहीं। सड़क जाम होने से आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रैफिक पुलिस का हर स्तर से किया गया प्रयास विफल रहा। जाम लगने की वजह से एक किलोमीटर तक का सफर पूरा करने में आधा घंटा से ज्यादा का समय लग गया। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार नजर आयी।
आदिवासी मूलवासी संगठनों ने निकाला आक्रोश मार्च
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