गढ़वा/वंशीधर नगर: झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति एंव संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय शनिवार गढ़वा जिले के किसानों ंद्वारा किये गये धान बिक्री एवं भारतीय खाद्य निगम के पदाधिकारियों के द्वारा की गयी खरीद की की समीक्षा करने गढ़वा व वंशीधर नगर पहुंचे। समीक्षा के द्वारा उन्होंने असंतोष प्रकट किया। समीक्षा के दौरान मंत्री ने धान खरीद के लिए किसानों के द्वारा किये गये चार हजार दो किसानों के पंजिकृत किये जाने के बावजूद मात्र 1919 किसानों के द्वारा ही धान की विक्री किए जाने पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इसमें एफसीआइ एवं राइस मिल मालिकों की मिली भगत है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच करवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि इसमें संलिप्त एफसीआइ पदाधिकारियों एवं मील मालिकों को बख्शा नहीं जायेगा। मील मालिकों को बैल्क लिस्टेट किया जायेगा। जबकि एफसीआइ के करतूतों को केंद्र सरकार के समक्ष रखा जायेगा। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान की अच्छी फसल होने के बावजूद लक्ष्य के अनुरूप धान की खरीद नहीं हो सकी। धान विक्रय करने के लिए गढ़वा जिले में चार हजार दो किसानों ने निबंधन कराया था। लेकिन 1919 किसान ही अपना धान एफसीआइ को बेच सकें। शेष किसानों ने अपना धान कहां बेचा, निश्चित रूप से किसानो के समक्ष कुछ समस्यायें रहीं होंगी। उनकी समस्याओ को जानने और समझने के लिए ही हम आपके बीच आये हैं। कुछ किसानो के द्वारा पोजीटिव बातें किये जाने पर मंत्री ने कहा कि वे सभी किसान प्रशासन के द्वारा मैनेज्ड हैं। उन्होंने कहा उनकी परेशानियों को दूर किया जायेगा।
मंत्री  के कई सवालों के जवाब नहीं दे सके एफसीआइ के पदाधिकारी:
कार्यक्रम के दौरान मंत्री सरयु राय द्वारा एफसीआई के पदाधिकारियों से यह पुछे जाने पर किस प्रखंड मे धान क्रय केन्द्र कब खोला गया, गोदाम कब भरा व गोदाम कब खाली हुआ उपस्थित जिला से लेकर प्रखंड के पदाधिकारी कुछ भी नहीं बता सके। मंत्री सरयु राय ने कहा कि मिल व खरीद ऐजेंसी में कही न कहीं सांठ गांठ है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच एजेंसी से कराऐंगे। जिला आपूर्ति दाधिकारी भी मंत्री द्वारा पुछे गए सवाल की जानकारी पुरी तरह से नही दे सके। उन्होंने कहा कि किसान मित्रो से रिर्पोट बनवाऐगें कि कौन किसान धान बेचना चाहता था और नही बेच सका जिससे एफसीआई की पोल खुल सके।
दो दिन पहले धान क्रय केंद्र खुला : भानु
वंषीधर नगर। कार्यक्रम में बोलते हुए स्थानीय विधायक ने धान क्रय केन्द्र के लचर व्यवस्था पर सवाल उठाया विधायक भानु प्रताप षाही ने कहा कि भवनाथपुर मे धानक्रय केन्द्र खुला ही नही। भवनाथपुर के 78 किसानो ने रजिस्ट्रेषन कराया था। लेकिन एक भी किसानो का धान नही बिका। दो दिन पूर्व क्रय केन्द्र खुला है। जंहा एक किलो धान की खरीद भी नही हुई है। उन्होने कहा कि मेरा धान गुरूवार से तौलवाया जा रहा है सुआ सुतारी भी हमे ही देना पड़ा है। उन्होने मंत्री से एफसीआई के लापरवाह पदाधिकारी पर कारवाई करने की मांग किया।

किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले
इधर वंशीधर नगर अनुमंडल कार्यालय के मैदान .मे आयोजित किसान पंचायत एवं धान खरीद की समीक्षा कार्यक्रम के दौरान खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है किसानो को उनके उपज का उचित मूल्य मिले इसी लिए सरकार न्यूनतम मूल्य तय करती है। उन्होने कहा किसान मंहगे दाम पर खाद बीज खरीद कर जब उपज तैयार करते हंै तो बजार मे उनके उपज का मूल्य कम मिलता है। इसीलिए सरकार ने उनकी उपज को एफसीआई के माध्यम से खरीदने का निर्णय लिया था। साथ ही किसानो को उसका भुगतान चेक के माध्यम से करने का निर्णय था। उन्होने कहा कि बिगत वर्श की अपेक्षा इस वर्ष धान की अधिक खरीद हुई है। तीस अप्रैल तक धान का खरीद किया जाना है। लेकिन अभी तक जो भी खरीद हुए वह असंतोषजनक हुए हैं। कार्यक्रम को उपायुक्त डॉ नेहा अरोंड़ा, स्थानिय विधायक भानु प्रताप शाही आदि ने भी संबोधित किया। मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी जावेद अनवर इद्रीसी, एसडीओ कमलेष्वर नारायण, जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष सिद्धेष्वर लाल अग्रवाल, भाजपा के षारदा महेष प्रताप देव, भाजपा के वरीष्ठ नेता अलखनाथ पांडेय, मुक्तेश्वर पांडेय, रघुराज पांडेय, विकास स्वदेशी, अमरनाथ पांडेय, ओम प्रकाश गुप्ता, नसमो के लक्ष्मण राम, बब्लू पटवा, विभुति चौबे, शैलेष चौबे सहित काफी संख्या मे लोग उपस्थित थे।

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