जांच केंद्र बढ़ाने के लिए आइसीएमआर को लिखा पत्र
लालू पूरी तरह से सुरक्षित हैं, जिस वार्ड में हैं वह बिल्कुल अलग है
रांची। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि निश्चित तौर पर जब जांच का दायरा बढ़ा है, तो परिणाम भी तेजी से आ रहे हैं। पहले सिर्फ एक जगह जांच हुआ करता था, अब राज्य में पांच जगहों पर जांच किये जा रहे हैं। साथ ही तीन जगहों पर जांच की शुरूआत करने को लेकर आइसीएमआर को पत्र लिखा है। कोरोना की बढ़ती संख्या पर मंत्री ने कहा कि हम सब इससे भयभीत नहीं हैं। क्योंकि कोने-कोने से हम संक्रमित मरीजों को ढूंढ कर निकाल रहे हैं। भले ही संख्या बढ़ रही है, लेकिन एक भी मरीज नहीं छूटे, यह सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जो भी मरीज मिल रहे हैं, उन्हें क्वारेंटाइन किया जा रहा है। साथ ही आइसोलेशन केंद्र में रखा जा रहा है और उनका बेहतर उपचार किया जा रहा है।
बन्ना गुप्ता ने स्वास्थ्य कर्मियों और प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे लोग दिन-रात मेहनत कर मरीजों को ढूंढ कर निकाल रहे हैं। साथ ही उनका उपचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसे मरीज भी सामने आये हैं, जिनमें कोई सिम्टम नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन थ्योरी पर हम काम कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कहीं ना कहीं लापरवाही तो जरूर हुई है। जिसकी वजह से कोरोना का संक्रमण रांची में फैला है। कोरोना बढ़ने के लिए उन्होंने भारत सरकार की चूक को मुख्य कारण बताया। श्री गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार की चूक की वजह से ही भारत में कोरोना प्रवेश किया है। भारत सरकार को जानकारी थी कि यह बीमारी विदेश से आ रही है। इसके बाद भी इंटरनेशनल फ्लाइट को नहीं रोका गया। यही नहीं, तब्लीगियों के जमावड़े को भी नहीं रोका गया। कहा कि जांच की प्रक्रिया लगातार जारी है। कई मरीज एक बार पॉजिटिव आने के बाद निगेटिव भी आते हैं। फिर से पॉजिटिव भी होते हैं, तो लगातार कई बार उनकी जांच की जाती है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लालू यादव पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वह रिम्स के जिस वार्ड में हैं, वह बिल्कुल अलग है। अगर किसी तरह की कोई बात होती है, तो बेहतर उपचार की व्यवस्था जरूर की जायेगी।
कमियों के कारण सीआरपीएफ तैनात
हिंदपीढ़ी में सीआरपीएफ की तैनाती को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों में जागरूकता लगातार की जा रही है, लेकिन लॉकडाउन के पालन में कुछ कमियां जरूर देखी गयीं, जिसको सीआरपीएफ की तैनाती के बाद सख्ती से पालन होेगा।
अपने दम पर कोरोना की जंग लड़ रही सरकार
केंद्र सरकार पर स्वास्थ्य मंत्री ने फिर से गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हम जितनी सामग्री की मांग करते हैं, उसके हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरा के फौरन के बराबर मिलती है। हम एक लाख 20 हजार एन95 मास्क की मांग करते हैं और हमको 10 हजार मिलता है। उन्होंने कहा कि पीपीइ किट को छोड़कर ना तो वेंटिलेटर मिला ना थर्मल स्कैनर और ना ही मास्क, पूरी व्यवस्था राज्य सरकार अपने स्तर से कर रही है।