पटना/ चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के बक्सर और सासाराम और पंजाब के चंडीगढ़ में चुनावी रैलियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महामिलावटी जीत तो सकते नहीं, इसलिए गाली देकर ही अपने मन की भड़ास निकाल रहे हैं। ये केंद्र में कमजोर और मजबूर खिचड़ी बनाने के चक्कर में थे। सोच रहे थे कि मजबूर सरकार आयी, तो इन्हें सरकार को ब्लैकमेल करके जनता के पैसे लूटने का मौका मिल जायेगा।
पीएम मोदी ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि आज गरीब मोदी-मोदी करता है तो महामिलावटियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंचा जाता है। कांग्रेस हो या राजद, इनकी सोच में ही खोट है। ये 21वीं सदी के भारत को नहीं समझ सकते। ये बिहार और देश को अंधेरे में ही रखना चाहते हैं।
राष्ट्रवाद के मुद्दे पर विपक्ष को घेरते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की इच्छा रखने वालों को, पत्थरबाजों को और उनके समर्थकों को खुला लाइसेंस देना चाहते हैं। ये महामिलावटी देश की अखंडता और सुरक्षा दांव पर लगाने निकले हैं। इन्हें रोकना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि आपके इस उत्साह और समर्थन का परिणाम है कि छह चरणों के बाद विरोधी दलों की हालत पस्त है। उनके नेताओं का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इसलिए मोदी को गाली देने का कंपिटीशन तेज हो गया है।
मेरे लिए देश ही मेरा परिवार है
पीएम ने कहा कि आपका ये सेवक गुजरात में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा, पांच साल से देश का प्रधानमंत्री है, लेकिन एक पल के लिए भी न मैं अपने लिए जिया हूं और न ही अपने रिश्तेदारों के लिए। मेरे लिए तो आप ही मेरा परिवार हैं। 130 करोड़ देशवासी, मेरा परिवार है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब हमारे सपूत सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं, एयर स्ट्राइक करते हैं, तो ये आतंकियों की लाशें मांगते हैं। इसलिए गुस्से से भरा हुआ देश कह रहा है- अब बहुत हुआ। ये देश तोड़ने की बात करने वालों के साथ खड़े रहते हैं। इसलिए देश कह रहा है- अब बहुत हुआ। पीएम ने कहा, महामिलावट के दम पर ये लोग जो मजबूर सरकार बनाने के सपने देख रहे थे, उस सपने को देश के लोगों ने चूर-चूर कर दिया है। देश इन महामिलावट वालों से इतना गुस्सा क्यों है, इसका जवाब है वंशवादियों और भ्रष्टाचारियों का अहंकार। उन्होंने कहा कि ये महामिलावटी लोग सिर्फ और सिर्फ समाज के विभाजन के बल पर वोट बटोरने की राजनीति करते हैं। यही कारण है कि आजादी के बाद इतने दशकों तक पूर्वी भारत को विकास की रोशनी से दूर रखा गया। महामिलावट की और एनडीए की राजनीति का अंतर स्पष्ट है। हम बिहार को लालटेन के युग से निकालकर एलइडी की दूधिया रोशनी तक लाये हैं। ये बिहार को लालटेन के युग में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार-पंजाब की चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर साधा निशाना
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