रांची। हिंदपीढ़ी और हरमू रोड में पेंटागन बिल्डिंग से सटी पुरानी रांची को जोड़नेवाली गली में मंगलवार की सुबह हंगामा बरपा। जिला प्रशासन की टीम टेंपररी बैरिकेडिंग की जगह आठ फीट की फिक्स बैरिकेडिंग करने पहुंची थी। स्थानीय लोगों के विरोध, हंगामे के कारण प्रशासन को पीछे हटना पड़ा और पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी। इस रास्ते पर फिक्स बेरिकेडिंग नहीं हो पायी।

हरमू बाइपास से पुरानी रांची जाने वाली सड़क पर फिक्स बैरिकेडिंग लगाने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। देखते ही देखते हंगामा होने लगा। बैरिकेडिंग की एक ओर लोगों की भीड़, तो दूसरी ओर पुलिस। इस दौरान प्रशासन ने लोगों से अपने घरों में जाने की अपील की, लेकिन इसका भी असर नहीं पड़ा। इसके विपरीत स्थानीय लोग सड़कों पर ही बैठ गये और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध करने लगे।

सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ीं धज्जियां
हंगामे के दौरान स्थानीय लोग लगातार प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते रहे। पुलिस और अधिकारियों के सामने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए लोग न तो मास्क पहने थे, न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे। हालांकि पुलिस और प्रशासन के लोग इस पूरे प्रकरण में मूकदर्शक की भूमिका में रहे। हंगामा करने वालों का कहना था कि फिक्स बैरिकेडिंग होने के बाद उनको बाहर से सामान लाने-ले जाने में असुविधा होगी। इसके साथ ही वे गाड़ी लेकर बाहर नहीं निकल सकेंगे। उनका कहना था कि प्रशासन वहां पर पहले की तरह साधारण बैरिकेडिंग ही बनाये रखे। हंगामे की सूचना पाकर कवरेज करने पहुंचे एक मीडियाकर्मी पर भी भीड़ ने पथराव कर दिया।

क्या है मामला
हंदपीढ़ी से सटे कई इलाकों को भी एहतियातन सील कर दिया गया था, ताकि संक्रमण का खतरा कम हो सके। इसी कड़ी में बड़ी बैरिकेडिंग लगाने का स्थानीय लोग विरोध करने लगे। बड़ी बैरिकेडिंग को हटाने की मांग को लेकर स्थानीय लोग विरोध करने लगे। हंगामे की खबर मिलने पर पार्षद मो एहतेशाम पहुंचे। उन्होंने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की। इसके बाद उनकी मौजूदगी में बातचीत के बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग हटायी।

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