दरभंगा। दरभंगा, 19 मई (हि.स.)।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को दरभंगा जिले के कोठराम में जल संसाधन विभाग के अन्तर्गत 296.89 करोड़ रुपये की लागत से कमला बलान नदी के बायां एवं दायां तटबंध के उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य (फेज-2) का शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि कमला बलान नदी के दोनों तटबंधों के ऊंचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण का कार्य बेहतर ढंग से कराया जा रहा है।इससे संबंधित लघु फिल्म भी यहां दिखाई गई। वर्षा के दिनों में नेपाल से काफी मात्रा में पानी आने के कारण बिहार की विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है और बाढ़ की स्थिति पैदा हो जाती है। इससे काफी नुकसान होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी लोगों को बधाई देता हूं कि इस कड़ी धूप में भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं। हमारी तो आदत है, लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 4 डिग्री से लेकर 44 डिग्री तापमान में भी हम घूमते रहते हैं और कार्यों का जायजा लेते रहते हैं। जिलाधिकारी लोगों के बीच जाएं और सबकी बातों को सुनें और उनकी समस्याओं का निदान करने की कोशिश करें। यदि किसी प्रकार की दिक्कत हो तो यहां हमारे प्रधान सचिव से संपर्क करें।
मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिया कि आज जो कार्य की शुरुआत की गई है इसको तेजी से पूरा करा दीजिए, इस बात से हमको खुशी होगी। लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसका आपलोग ध्यान रखें।
कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों द्वारा कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की जीत पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत हुई है। वहां जो मुख्यमंत्री बनने वाले हैं उनसे मेरा पहले से संपर्क है। उन्होंने मुझे शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है और फिर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी फोन कर कहा कि आप शपथ ग्रहण समारोह में आइए, हमने वहां जाने की सहमति दे दी है। सारे विरोधी दल जब एकजुट हो जाएंगे तो ये देश के हित में होगा। उसके लिए प्रयास चल रहा है।
जाति आधारित गणना को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद हम कोई कमेंट नहीं करते हैं, ये उचित नहीं होगा। कानून बनाने की बात पर अभी कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। पहले हम बता चुके हैं कि जाति आधारित गणना क्यों की जा रही है। वर्ष 2011 में राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना भी हो चुकी है। हमलोगों ने केंद्र सरकार से इसको लेकर मांग की थी और प्रधानमंत्री से मिले भी थे लेकिन जब वो तैयार नहीं हुए और कहा गया कि आपलोग अपने यहां कीजिए ।
सीएम ने कहा कि हमलोगों ने यहां पर सभी पार्टियों की राय से यह काम शुरू करवाया। जाति आधारित गणना से लोगों की आर्थिक स्थिति का भी पता चल जाएगा चाहे वे किसी भी जाति, धर्म या समुदाय के हों, दलित-महादलित, बैकवर्ड, हिंदू-मुस्लिम कोई हों। सरकार का उद्देश्य है कि सबों की स्थिति को बेहतर करना । जब जाति आधारित गणना की बात हुई थी उस समय भाजपा साथ में थी, उसी समय उसने क्यों नहीं कहा था कि इसके लिए कानून बनाएं