पटना। लोकसभा-2024 की तैयारी को लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर से जोर-आजमाईश कर रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री भी लगातार विपक्षी एकता को मजबूत करने के उद्देश्य से नेताओं के साथ मेलजोल बढ़ा रहे हैं। इसकी कड़ी बिहार के सीएम शुक्रवार को ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करने जा सकते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात कर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से भी मुलाकात कर सकते हैं। इससे पहले नीतीश कुमार दिल्ली में तीन दलों के नेताओं से मुलाकात की थी। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम केजरीवाल और फिर वाम दलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा से मुलाकात की थी और 2024 की तैयारी के मद्देनजर रणनीति को पुख्ता किया था।
नीतीश कुमार के झारखंड दौरे से पहले मंगलवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रांची में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और कई मुद्दों पर चर्चा की। वैसे जहां-जहां नीतीश जा रहे हैं, ललन सिंह भी उनके साथ रहते हैं। फिर चाहे नीतीश का दिल्ली दौरा रहा हो, या फिर बंगाल और उ.प्र. दौरा। इसके साथ नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव भी दौरे पर साथ नजर आते हैं। सीएम नीतीश बंगाल के सीएम ममता बनर्जी और उ.प्र. के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मुलाकात की है।
बीते दिनों पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने कहा था कि कर्नाटक चुनाव के बाद कभी भी विपक्षी दलों की बड़ी बैठक पटना में हो सकती है। क्योंकि, ममता बनर्जी ने न ये अपील की थी कि विपक्षी दलों की पहली बैठक वहीं हो जहां से जेपी का आंदोलन शुरू हुआ था। नीतीश ने भी इशारों-इशारों में पटना में बैठक पर सहमति जताई है। ऐसे में देखना होगा कि नीतीश कुमार जिस तरह विपक्षी दलों के नेताओं से मैराथन बैठक कर रहे हैं। इनका असर विपक्षी एकता पर कितना पड़ेगा।