रांची। झारखंड में 13 मई से चार चरणों में लोकसभा चुनाव होनेवाला है। पहले और दूसरे चरण के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन भी कर लिया है। राज्य के 14 में से सात सीटों पर चुनावी योद्धा मैदान में उतर चुके हैं। इन योद्धाओं में कोई करोड़पति तो कोई लखपति है, जो जनता के बीच हाथ जोड़े खड़ा है। झारखंड के पहले चरण के चुनाव में खूंटी, सिंहभूम, पलामू और लोहरदगा में चुनाव होने हैं। इसमें 45 योद्धा मैदान में हैं। इसमें करीब एक दर्जन करोड़पति हैं। नामांकन में दाखिल एफिडेविट में किसी ने पति के नाम पर संपत्ति दिखायी है, तो किसी ने पत्नी के नाम पर। ज्वेलरी से लेकर जमीन, जायदाद और बैंक खाते में जमा राशि भी इसी तरह से दर्शाया है।
रिपोर्ट क्या कहता है
एडीआर और द नेशनल इलेक्शन वॉच ने 45 उम्मीदवारों के शपथ पत्र का विश्लेषण कर एक रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में उम्मीदवारों की संपत्ति की जानकारी दी गयी है। चारों संसदीय सीटों पर उतरीं पार्टियों में से हर एक के एक-एक उम्मीदवार करोड़पति बताये गये हैं। 45 में से 15 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ या उससे अधिक है। औसत की दृष्टि से देखें तो उम्मीदवारों की कुल औसतन संपत्ति करीब 1.75 करोड़ रुपये बतायी गयी है। भाजपा के चार में तीन, कांग्रेस के दो में से एक, झामुमो और राजद के एक-एक प्रत्याशी करोड़पति हैं। निर्दलीय 16 उम्मीदवारों में से चार करोड़पति हैं। रिपोर्ट में सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति की भी जानकारी दी गयी है। भाजपा के चार उम्मीदवारों की औसत संपत्ति छह करोड़ रुपये से अधिक है। कांग्रेस के दो उम्मीदवारों की एक करोड़ से अधिक, झामुमो और राजद के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति क्रमश दो-दो करोड़ रुपये से अधिक बतायी गयी है। रिपोर्ट के मुताबिक पलामू सीट से बहुजन मुक्ति पार्टी के उम्मीदवार राम वचन राम की सबसे अधिक 18 करोड़ से अधिक संपत्ति बतायी गयी है। वहीं खूंटी सीट से भाजपा उम्मीदवार अर्जुन मुंडा की संपत्ति 16 करोड़ से अधिक है।
झारखंड के पहले और दूसरे चरण के चर्चित प्रत्याशी
चमरा लिंडा-निर्दलीय-लोहरदगा, समीर उरांव-भाजपा-लोहरदगा, सुखदेव भगत-कांग्रेस-लोहरदगा, मुंडा-भाजपा-खूंटी, वीडी राम-भाजपा-पलामू, जेपी पटेल-कांग्रेस-हजारीबाग, मनीष जायसवाल-भाजपा-हजारीबाग, केएन त्रिपाठी-कांग्रेस-चतरा, काली चरण सिंह-भाजपा-चतरा, अन्नपूर्णा देवी-भाजपा-कोडरमा
नौ पर गंभीर और 13 पर आपराधिक मामले हैं दर्ज
रिपोर्ट के मुताबिक 45 में से 29 प्रतिशत यानी 13 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। नौ उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों वाले हैं। पार्टियों के अनुसार दागी उम्मीदवारों की बात करें तो भाजपा के चार उम्मीदवारों में से दो पर पर गंभीर आपराधिक और तीन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कांग्रेस के दो उम्मीदवारों में से एक-एक पर क्रमश: गंभीर और केवल आपराधिक मामले दर्ज हैं। निर्दलीय 16 प्रत्याशियों में से दो पर गंभीर आपराधिक और चार पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। खूंटी से भारत आदिवासी पार्टी की उम्मीदवार बबीता कच्छप पर सबसे अधिक मामले दर्ज हैं।