रांची। जीएसटी घोटाला मामले को लेकर इडी ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में जांच एजेंसी ने झारखंड के रांची, जमशेदपुर और पश्चिम बंगाल में कुल नौ ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है. इडी सूत्रों के मुताबिक झारखंड और बंगाल के नौ स्थानों पर रेड करने की पुष्टि की गई है. रांची में एक बड़े बिल्डर के कांके रोड स्थित आवास पर भी इडी द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
क्या है पूरा मामला
इडी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार की सुबह झारखंड और पश्चिम बंगाल में जीएसटी चालान बनाने में फर्जीवाड़े से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत छापेमारी की है. रांची, जमशेदपुर और कोलकाता में कम से कम नौ स्थानों पर इडी की तरफ से छापेमारी की जा रही है. इडी को संदेह है कि आरोपियों ने कथित तौर पर 14,325 करोड़ रुपये के फर्जी चालान बनाए, जिसके परिणाम स्वरूप 800 करोड़ रुपये से अधिक के अयोग्य आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) किए गए. इडी के मुताबिक छापेमारी का उद्देश्य धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत अपराध की कथित आय से जुड़े दस्तावेज और संपत्ति जुटाना है.
झारखंड और पश्चिम बंगाल में हैं मास्टरमाइंड के ठिकाने
800 करोड़ रुपए के जीएसटी घोटाले में एजेंसी ने झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुल 9 ठिकानों पर सुबह 7 से ही छापेमारी शुरू की. जीएसटी घोटाले के मास्टरमाइंड झारखंड और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं. जिन्होंने फर्जी दस्तावेज के आधार पर फर्जी कंपनियां बनाकर अनुचित तरीके से लाभ कमाया. झारखंड में एजेंसी की ओर से जीएसटी घोटाले को लेकर यह पहली छापेमारी है. छापेमारी के दौरान विभिन्न ठिकानों से क्या-क्या बरामद हुआ है इसकी अभी सूचना नहीं मिल पाई है.