लंदन: सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (125) की बेहतरीन शतकीय पारी और रोहित शर्मा (78) तथा महेंद्र सिंह धौनी (63) के अर्धशतकों की बदौलत भारत ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के ग्रुप-बी के अपने दूसरे मैच में गुरुवार को श्रीलंका के सामने 322 रनों का लक्ष्य रखा है। टॉस हारकर द ओवल मैदान पर बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी भारतीय टीम पूरे 50 ओवर खेलने के बाद छह विकेट खोकर 321 रन बनाने में सफल रही।
रोहित और धवन की सलामी जोड़ी ने उसे शानदार शुरुआत दी। इसका फायदा अंत में पूर्व कप्तान धौनी ने खूब उठाया और तेजी से रन बटोरे, हालांकि कप्तान विराट कोहली और पाकिस्तान के खिलाफ मैन ऑफ द मैच चुने गए युवराज सिंह आज कुछ खास नहीं कर पाए और जल्दी पवेलियन लौट गए।
रोहित और धवन की जोड़ी ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को शुरू से विकेट के लिए तरसा दिया था। इस जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 138 रनों की साझेदारी की।
इस जोड़ी ने श्रीलंकाई गेंदबाजी को पूरी तरह से बेअसर कर दिया। आखिरकार लसिथ मलिंगा ने 25वें ओवर की पांचवीं गेंद पर रोहित को थिसरा परेरा के हाथों कैच करा अपनी टीम को पहली सफलता दिलाई।
रोहित ने 79 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के मारे। टीम के खाते में एक रन ही जुड़ा था कि कोहली को नुवान प्रदीप ने खाता खोले बिना पवेलियन भेजा। युवराज थोड़ा संघर्ष करते दिखे। उन्होंने स्वभाव के विपरीत 18 गेंदों में सात रन बनाए। उन्हें असेला गुणारत्ने ने अपना शिकार बनाया।
धौनी ने इसके बाद धवन का साथ दिया और चौथे विकेट के लिए 82 रन जोड़ते हुए टीम का स्कोर 261 तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर धवन मलिंगा की गेंद पर आउट हो गए। 128 गेंदों में 15 चौके और एक छक्का मारने वाले धवन का यह चैम्पियंस ट्रॉफी में सर्वोच्च स्कोर है।
इसके अलावा वह चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में आ गए हैं। यह उनका इस टूर्नामेंट में तीसरा शतक है। उनके अलावा उनके अलावा भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली, वेस्टइंडीज के क्रिस गेल और दक्षिण अफ्रीका के हर्षल गिब्स के नाम तीन-तीन शतक हैं।
धवन के बाद भारत का अगला विकेट हार्दिक पांड्या (9) के रूप में गिरा। धौनी ने 52 गेंदों का सामना करते हुए दो छक्के और सात चौके मारे। केदार जाधव ने 13 गेंदों में तीन चौके तथा एक छक्के की मदद से 25 रनों की तेज तर्रार पारी खेली। श्रीलंका की तरफ से मलिंगा ने दो विकेट लिए। सुरंगा लकमल, प्रदीप, परेरा, गुणरात्ने को एक-एक सफलता मिली।