Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, May 25
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Top Story»मंदसौर में किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद फायरिंग, 5 की मौत
    Top Story

    मंदसौर में किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद फायरिंग, 5 की मौत

    आजाद सिपाहीBy आजाद सिपाहीJune 6, 2017No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    मध्य प्रदेश में फसलों के वाजिब दाम सहित अन्य मांगों को लेकर चल रहा किसानों का आंदोलन मंगलवार को हिंसक हो गया। जब मंदसौर जिले में आंदोलन कर रहे किसानों पर पुलिस ने गोलियां बरसाईं, जिसमें पांच किसानों की मौत हो गई।

    घटना के बाद प्रदर्शनकारी और उग्र हो गए हैं। स्थिति बेकाबू होती देख मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं और उच्च अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिले के पिपल्यामंडी में आंदोलनकारी उपद्रव करने लगे थे। लिहाजा पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए गोलियां चलानी पड़ीं। फायरिंग में पांच लोगों की मौत हो गई है जबकि कई घायल हो गए हैं। पुलिस के इस कदम से भड़के प्रदर्शनकारियों ने पिपल्यामंडी चौकी का घेराव पर उसमें आग लगाने की कोशिश की और गांधी चौराहे पर कई वाहनों को फूंक दिया।

    पुलिस ने वहां से खदेड़ा तो भीड़ नीमच-इंदौर राजमार्ग पहुंची और चक्काजाम कर पथराव शुरू कर दिया। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की जिसमें पांच-छह लोग घायल हो गए। मामले को लेकर पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है। मंदसौर जिला कलेक्टर ने बताया कि पिपल्यामंडी थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

    किसानों-व्यापारियों में टकराव
    इससे पहले उग्र किसान पिपल्यामंडी में पथराव और आगजनी करते हुए दुकानें बंद कराने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान एक व्यापारी से उनकी झड़प हो गई और दोनों पक्षों में मारपीट हुई। प्रदर्शनकारियों ने दुकानों के बाहर रखे टायरों समेत कुछ और सामान जला दिए तो पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इसके बाद उग्र किसानों ने दलौदा में एक रेलवे फाटक को क्षतिग्रस्त कर दिया और पटरियां उखाड़ने की कोशिश की। सुवासरा में भी दोनों पक्षों में टकराव की खबरें हैं।

    इंटरनेट सेवाएं बंद
    मंदसौर में किसानों पर पुलिस की फायरिंग के बीच प्रशासन ने इलाके में इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगा दिया है। मंदसौर, रतलाम और उज्जैन में इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई है। साथ ही बल्क मैसेज करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

    आंदोलन बढ़ाने की चेतावनी
    किसानों के प्रदर्शन के चलते प्रदेश में दूध, सब्जी सहित अन्य रोजमर्रा की चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं। इस बीच राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने आंदोलन को और बड़ा रूप देने की चेतावनी दी है। किसान मजदूर संघ ने बुधवार को प्रदेशव्यापी बंद का ऐलान किया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने भी अनिश्चितकाल के लिए शहर को बंद कर दिया है।

    जांच के आदेश
    मध्य प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पुलिस फायरिंग से इनकार करते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा कोई फायरिंग नहीं हुई और ना ही सरकार ने इंटरनेट पर कोई प्रतिबंध लगाया है। गृह मंत्री ने इलाके में कर्फ्यू लगाने की बात से भी इनकार किया है।

    असमंजस में किसान
    प्रदेश के किसानों ने एक से 10 जून तक आंदोलन करने का ऐलान किया था। लेकिन भारतीय किसान संघ और मध्य प्रदेश किसान सेना ने सीएम शिवराज सिंह से मुलाकात के बाद आंदोलन को खत्म करने की घोषणा की थी। लेकिन राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ जैसे दूसरे संगठन अब भी आंदोलनरत हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों के इस कदम की आलोचना भी की थी।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleबिना पैसे खर्च किये पाना है मर्दाना ताकत तो घर में लगे इस पौधे के बीज का करिए इस्तमाल, फिर तो पार्टनर के साथ धमाल मचाने से कोई नहीं रोक पाएगा
    Next Article संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन शुरू, धरती बचाने का आह्वान
    आजाद सिपाही
    • Website
    • Facebook

    Related Posts

    केंद्र और राज्य टीम इंडिया की तरह मिलकर काम करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं : प्रधानमंत्री

    May 24, 2025

    राहुल गांधी ने पुंछ में गोलाबारी के पीड़ितों से की मुलाकात, नुकसान को बताया एक बड़ी त्रासदी

    May 24, 2025

    नीति आयोग की बैठक में हर घर नल योजना और यमुना के मुद्दे पर भी हुई चर्चाः रेखा गुप्ता

    May 24, 2025
    Add A Comment

    Comments are closed.

    Recent Posts
    • केंद्र और राज्य टीम इंडिया की तरह मिलकर काम करें तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं : प्रधानमंत्री
    • राहुल गांधी ने पुंछ में गोलाबारी के पीड़ितों से की मुलाकात, नुकसान को बताया एक बड़ी त्रासदी
    • नीति आयोग की बैठक में हर घर नल योजना और यमुना के मुद्दे पर भी हुई चर्चाः रेखा गुप्ता
    • आतंकवादियों को नहीं पढ़ाई जाएगी जनाजा नमाज, भारत में दफनाया भी नहीं जाएगा : डॉ इलियासी
    • आरक्षण का श्रेणी वार परिणाम नहीं निकाल कर जेपीएससी ने परीक्षा को बना दिया संदिग्ध: प्रतुल शाहदेव
    Read ePaper

    City Edition

    Follow up on twitter
    Tweets by azad_sipahi
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

    Go to mobile version