आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने जमीन घोटाला मामले में एक बार फिर व्यवसायी विष्णु अग्रवाल को समन भेजा है। उन्हें 21 जून को हिनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है। इससे पहले इडी ने आठ मई को अग्रवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था। वह इडी कार्यालय पहुंचे भी थे और हाल में आॅपरेशन होने की बात कही थी। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। अग्रवाल ने इडी अधिकारियों को स्वास्थ्य से संबंधित जरूरी कागजात दिखाये थे। इडी ने उनसे बिना पूछताछ किये, उस दिन जाने की अनुमति दे दी थी।
इडी ने एक बार फिर उन्हें 21 जून को पेश होने के लिए समन भेजा है। इस मामले में इडी ने अब तक रांची के पूर्व उपायुक्त निलंबित आइएएस छवि रंजन, कारोबारी अमित अग्रवाल समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी हिरासत में हैं। इडी ने इनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल कर दिया है। इस मामले में व्यवसायी विष्णु अग्रवाल का भी नाम सामने आया था। उन्होंने भी भूमि खरीदी है। इडी उनसे इस संबंध में पूछताछ करेगी।

अभिषेक विदेशी करेंसी का नहीं दे पाये सबूत
मनी लांड्रिंग मामले के आरोपी निलंबित आइएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा अब तक विदेशी करेंसी भारत लाने का कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं दे पाये हैं। अभिषेक झा ने डॉलर को रुपये में एक्सचेंज किये गये पैसों को भारतीय बैंक में जमा तो किये, लेकिन यह स्पष्ट तौर पर नहीं बताया कि पैसा आने का जरिया क्या था। अभिषेक झा ने 2009 और 2011 के बीच सात बार आॅस्ट्रेलिया और भारत की ट्रिप से 74 हजार 450 आॅस्ट्रेलियाई डॉलर लाये। उन्होंने यह दावा किया है कि यह रकम उन्होंने अपनी नौकरी के दौरान अर्जित की थी। भारतीय करेंसी में इस पैसे की कीमत 31.89 लाख रुपये है। नियमों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति पांच हजार या उससे ज्यादा डॉलर लाता है और उसे भारतीय रुपयों में बदलता है, तो करेंसी डिक्लेरेशन फॉर्म भरना जरुरी होता है। अभिषेक झा ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने सबसे ज्यादा पैसे पलामू में जमा किये, जहां निलंबित आइएएस पूजा सिंघल 19 जुलाई 2010 से लेकर आठ जून 2013 तक डीसी थीं।

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